मुख्य मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारी देहरादून को वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस के आयोजन की विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर नोडल अधिकारियों को जल्द नामित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उक्त सम्मेलन में देश और विश्वभर से प्रतिभाग करने वाले अतिथियों हेतु सभी व्यवस्थाओं के पुख्ता प्रबन्धन करने के निर्देश दिए हैं। लोक निर्माण विभाग को आयोजन स्थल एवं अन्य सम्बन्धित मार्गों की सुव्यवस्था एवं आवश्यक मरम्मत हेतु निर्देश दिए गए हैं। सीएस ने संस्कृति विभाग को वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस के आयोजन के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के संचालन हेतु निर्देश दिए हैं। परिवहन विभाग को अतिथियों के आवागमन हेतु विशेष बसों की व्यवस्था एवं ट्रैफिक के प्रबंधन के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखण्ड में 12 से 15 दिसम्बर 2024 तक प्रस्तावित 10वीं वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एण्ड अरोग्य एक्सपो प्रस्तावित है। वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस, वर्ल्ड आयुर्वेद फाउण्डेशन द्वारा स्थापित मंच है, जिसका लक्ष्य आयुर्वेद का वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार करना है। पहला वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस 2002 में कोच्चि में एक आउटरीच कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया गया था। इसके बाद हर दो साल में पुणे, जयपुर, बैंगलोर, भोपाल, दिल्ली, कोलकाता और अहमदाबाद में आयोजित वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस के माध्यम से आयुर्वेद को प्रोत्साहित करने व वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार में सहायता मिली। आगामी 10वीं वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एण्ड अरोग्य एक्सपो में देशभर से आयुष व आयुर्वेद क्षेत्र जुड़े प्रतिनिधियों, संस्थाओं, संगठनों, एनजीओं के साथ ही यूरोप, अफ्रीका, एशिया, लेटिन अमेरिका, नार्थ ईस्ट एशिया के विभिन्न देश प्रतिभाग करेंगे। 10वीं वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एण्ड अरोग्य एक्सपो की थीम ‘‘डिजिटल हेल्थ’’ रखी गई है।
बैठक में सचिव श्री रविनाथ रमन, श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी, अपर सचिव श्री विजय कुमार जोगदण्डे सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।