रुद्रप्रयाग:-मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में ‘एक पेड़ माॅ के नाम’ अभियान। WWW.JANSWAR.COM

A.RATURI.JANSWAR.COM

  • श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर रोपे जाएंगे बांस-पीपल के पौधे
  • हरेला के दौरान दो लाख से अधिक पौधारोपण का रखा लक्ष्य

रुद्रप्रयाग:- श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर हरेला कार्यक्रम के तहत विशेष पौधा रोपण किया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने डंपिंग जोन एवं क्रैश बैरियर के निचले हिस्सों में संभावित स्थानों पर बांस, पीपल, अशोक सहित अन्य पौधे रोपे जाएंगे। यात्रा मार्ग का सौंदर्यीकरण होने के साथ ही सुरक्षा के लिहाज से सोनप्रयाग तक सड़क किनारे पौधा रोपण का लक्ष्य हरेला के अंतर्गत रखा गया है। वहीं पैदल यात्रा मार्ग पर वन विभाग लिंचोली में बुरांश सहित अन्य जंगली पेड़ों की वाटिका तैयार करेगा।

सोमवार को विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी डाॅ जीएस खाती की अध्यक्षता में हरेला पर्व एवं ‘एक पेड़ माॅ के नाम’ अभियान की रणनीति तैयार की गई। इस दौरान वन विभाग, उद्यान, कृषि विभाग सहित संबंधित विभागों ने हरेला पर्व के दौरान पौधा रोपण को लेकर अपने लक्ष्य पेश किए। मुख्य विकास अधिकारी डाॅ जीएस खाती ने कहा कि हरेला पर्व सहित मानसून अवधि में एक पेड़ माॅ के नाम अभियान के तहत पूरी रणनीति के साथ पौधारोपण किया जाना चाहिए। अभियान के तहत हरेला के दौरान दो लाख से अधिक पौधों का रोपण किया जाएगा। इसके लिए सभी विभाग वन विभाग, उद्यान, कृषि विभाग से संपर्क साध लें। केदारानाथ हाईवे पर सुरक्षा एवं सुंदरता की दृष्टि से बांस, पीपल एवं अन्य ऐसे पौधे रोपे जाएं जिनसे भूस्खलन एवं भू-क्षरण से राहत मिले। भविष्य में यह पेड़ बड़े होने पर दुर्घटना रोकथाम में भी सहायक साबित होंगे। उन्होंने केवल पौधा रोपण तक सीमित न रहने एवं पौधों की देखभाल करने के निर्देश भी संबंधित विभागों को दिए। वहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी को जनपद के सभी स्कूलों व आंगनबाड़ी केद्रों में मोरिंगा एवं अन्य पौष्टिक व आयुर्वेदिक पौधे रोपने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, परियोजना निदेशक विमल कुमार, उप जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेन्द्र बिष्ट, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र चैधरी, उप प्रभागीय वन अधिकारी देवेंद्र पुंडीर सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।