-नागेन्द्र प्रसाद रतूडी (चिह्नित राज्य आन्दोलनकारी।राज्य स्तरीय मान्यताप्राप्त पत्रकार।)
निर्माणाधीन कांडी सीला मोटरमार्ग जो वर्तमान में कांडी से फेडुवा तक बन रहा है में फेडुवा गाँव में कार्य कर रहे ठेकेदार ने कटान का सारा मलबा सीला की पुरानी सड़क पर डाल कर इसे बंद कर दिया है जब सड़क कांडी -सीला है तो फेडुवा में सीला की सड़क को बंद क्यों क्या गया है।यही नहीं मलबे की ढांग के कारण पैदल आना जाना मुश्किल सा हो गया है। इस कटान से पहले इस सड़क पर लोगों के छोटे वाहन चल रहे थे परन्तु दोनों सड़कों के मिलान पर मलबा अकट्ठा करने से वाहन चलना तो दूर अब पैदल जाने का रास्ता भी दब गया है।
इस संबंध में जब मैंने अधिशासी अभियन्ता दुगड्डा से इनके मोबाईल नं. 94583 87552 पर बात की तो उन्होंने टरकाने की कोशिश करते हुए कहा कि उनका सहायक अभियन्ता आपसे बात करेगा।और विकल्प न होने के कारण मैं शाम तक सहायक अभियन्ता के फोन की प्रतीक्षा करता रहा।पर सायं 6:15 बजे तक इनका फोन नहीं आया।
लगता है ठेकेदार सत्ता पार्टी का है क्यों कि ऐसा साहस वही कर सकता है कि चलती सड़क को इस प्रकार काटे कि असके मिलान में उपर नीचे का फर्क आ जायऔर वह सड़क के मिलान को मलबे से ढक दे।
मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ में शिकायत लिखवाने पर वे अधिशासी अभियन्ता को शिकायत भेज देंगे।अ.अ. शायद स.अ.और वे अव.अभि.को शिकायत भेज देंगे।फिर इसी प्रकार शिकायत का निराकरण हो गया है की सूचना क्रमवार मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ को जाती होगी।क्यों कि वहाँ भी बिना यह जाने कि शिकायत दूर हुई या नहीं फोन आता है कि आपकी शिकायत का निराकरण हो गया होगा,अब शिकायत बंद करदें। मना करने पर दो चार बार आपको फोन आएंगे और बिना निराकरण के बिना आपको पूछे शिकायत बंद हो जाती है।
मुख्यमंत्री श्री धामी जी को शिकायत प्रकोष्ट को यह निर्देश भी देने चाहिए कि वह शिकायत का निराकरण हुआ या नहीं का क्रास चेकिंग कर शिकायत दूर कराये।