-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी
मुंबई : गाँधी जयन्ती पर राज्यपाल की मौजूदगी में मुंबई-देहरादून पर्यावरण जागरूकता साइकिल यात्रा प्रारम्भ हुई।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने रविवार (2nd) को राजभवन मुंबई से मुंबई से देहरादून पर्यावरण जागरूकता साइकिल यात्रा को हरी झंडी दिखाई।
67 वर्षीय वरिष्ठ पर्यावरणविद् और हिमालयन इंस्टीट्यूट फॉर एनवायर्नमेंटल स्टडीज एंड कंजर्वेशन के संस्थापक डॉ अनिल प्रकाश जोशी साइकिल यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। राज्यपाल द्वारा रैली के पोस्टर का अनावरण किया गया और भाग लेने वाले सदस्यों को सम्मानित किया गया।
साइकिल यात्रा के उद्घाटन के मौके पर अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी, अभिनेता हेमंत पांडे, इंडियन आइडल विजेता गायक पवनदीप राजन, उद्यमी अनंत सिंघानिया, राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. अब्राहम मथाई सहित अन्य मौजूद थे.
पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक आज दुनिया एक ज्वालामुखी पर खड़ी है। भारतीय दर्शन प्रकृति के पांच तत्वों को संतुलित करने पर जोर देता है। प्रत्येक शांतिमंत्र में पृथ्वी, पौधे आदि तत्वों की शांति का विचार होता है। राज्यपाल ने कहा कि विकास को प्राप्त करते हुए पर्यावरण को संतुलित किया जाए तो सतत विकास हासिल किया जा सकता है। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. अनिल जोशी की यात्रा समुद्र से हिमालय तक इतना ऊंचा मार्ग लेकर जाएगी और इससे जन जागरूकता पैदा होगी।
डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि साइकिल यात्रा ‘प्रगति से पर्यावरण तक’ देश के सबसे प्रगतिशील शहर मुंबई से शुरू हो रही है और देश की पर्यावरण राजधानी उत्तराखंड में समाप्त होगी। दुनिया में हर साल नए विनाशकारी तूफान पैदा होते हैं। मनुष्य को विकास चाहिए, सड़कें भी चाहिए। डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि हमें विकास हासिल करते हुए पर्यावरण को नए तरीके से देखना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रकृति के प्रति मनुष्य का गलत व्यवहार कहीं न कहीं कोविड जैसी वैश्विक आपदा की जड़ में है। उन्होंने कहा कि हम घर बना रहे हैं, आने वाली पीढ़ियों के लिए वित्तीय प्रावधान कर रहे हैं, लेकिन हम पानी, जमीन, हवा, जंगल की बुनियादी जरूरतों के बारे में नहीं सोच रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत में पृथ्वी, जल और अग्नि की पूजा की जाती है, इसलिए भारत ही दुनिया को पर्यावरण संरक्षण का विचार दे सकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विकास को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के बजाय सकल पर्यावरण उत्पाद (जीईपी) के माध्यम से मापा जाना चाहिए।
साइकिल यात्रा में 15 युवाओं और महिलाओं ने भाग लिया है और आयोजकों ने कहा कि यह यात्रा 40 दिनों में दस हजार लोगों तक पहुंचेगी और एक करोड़ लोगों को प्रकृति संरक्षण का संदेश देते हुए 2000 किलोमीटर की दूरी तय करेगी.
गांधी जयंती : मुंबई – देहरादून पर्यावरण जागृती सायकल यात्रेला राज्यपालांच्या उपस्थितीत प्रारंभ
‘प्रगतीकडून पर्यावरण रक्षणाकडे’ (‘प्रगति से प्रकृति तक’) या मुंबई ते देहरादून पर्यावरण जागृती सायकल यात्रेला राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी यांनी रविवारी (दि. २) राजभवन मुंबई येथून झेंडी दाखवून रवाना केले.
६७- वर्षीय ज्येष्ठ पर्यावरण तज्ज्ञ आणि हिमालय पर्यावरण अध्ययन व संवर्धन संस्थेचे संस्थापक डॉ अनिल प्रकाश जोशी या सायकल यात्रेचे नेतृत्व करीत आहे. राज्यपालांच्या हस्ते रॅलीच्या पोस्टरचे अनावरण करण्यात आले तसेच सहभागी सदस्यांचा सत्कार करण्यात आला.
सायकल यात्रेच्या आरंभ प्रसंगी अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी, अभिनेते हेमंत पांडे, इंडियन आयडॉल विजेते गायक पवनदीप राजन, उद्योजक अनंत सिंघानिया, राज्य अल्पसंख्यांक आयोगाचे माजी उपाध्यक्ष डॉ अब्राहम मथाई आदी उपस्थित होते.
पर्यावरण तज्ज्ञांच्या मते आज जग ज्वालामुखीवर उभे आहे. भारतीय तत्वज्ञानात निसर्गाच्या पाच तत्वांचा समतोल साधण्यावर भर दिला आहे. प्रत्येक शांतीमंत्रांमध्ये पृथ्वी, वनस्पती इत्यादी तत्वांच्या शांतीचा विचार मांडला आहे. विकास साधताना पर्यावरणाचा समतोल साधला गेल्यास शाश्वत विकास साधता येईल असे राज्यपालांनी सांगितले. पर्यावरण तज्ज्ञ डॉ अनिल जोशी यांची यात्रा समुद्राकडून हिमालयाकडे अशी उन्नत मार्गाने जाणार असून त्यातून जनजागृती होईल अशी अपेक्षा राज्यपालांनी व्यक्त केली.
‘प्रगतीकडून पर्यावरणाकडे’ या सायकल यात्रेचा आरंभ देशातील सर्वात प्रगतिशील शहर असलेल्या मुंबई येथे होत असून देशाची पर्यावरण राजधानी असलेल्या उत्तराखंड येथे तिचा समारोप होणार आहे, असे डॉ अनिल जोशी यांनी सांगितले. दरवर्षी जगात नवनवी विध्वंसक वादळे निर्माण होत आहेत. मनुष्याला विकास हवा आहे, रस्ते देखील हवे आहेत. अश्यावेळी विकास साधताना पर्यावरणाकडे नव्या दृष्टीने पाहावे लागेल असे डॉ अनिल जोशी यांनी सांगितले.
कोविड सारख्या जागतिक आपत्तीच्या मुळाशी कोठेतरी निसर्गाप्रती माणसाचे चुकीचे वर्तन कारणीभूत आहे असे त्यांनी सांगितले. भावी पिढ्यांसाठी आपण घरे बांधीत आहोत, आर्थिक तरतूद करीत आहोत, परंतु मूलभूत गरजा असलेल्या पाणी, जमीन, हवा, जंगल याचा विचार करीत नाही याकडे त्यांनी लक्ष वेधले. भारतात पृथ्वी, जल, अग्नी यांची पूजा केली जाते त्यामुळे भारतच जगाला पर्यावरण रक्षणाचा विचार देऊ शकतो असे त्यांनी सांगितले. सकल घरगुती उत्पन्न (GDP) या ऐवजी सकल पर्यावरण उत्पन्न (GEP) या माध्यमातून विकास मोजला जावा अशी अपेक्षा त्यांनी व्यक्त केली.
सायकल यात्रेमध्ये १५ युवक युवती सहभागी झाले असून ही यात्रा ४० दिवसांमध्ये दहा हजार लोकांशी संपर्क साधेल व एक कोटी लोकांना निसर्ग रक्षणाचा संदेश देत २००० किमी अंतर पार पडणार असल्याचे आयोजकांनी सांगितले.
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अल्मोड़ा:(अशोक कुमार पाण्डेय) इंटरसैप्टर ने नशे मे वाहन चलाकर स्कूली बच्चों की जान जोखिम में डालने वाले स्कूल वैन चालक को किया गिरफ्तार, वैन सीज
श्री प्रदीप कुमार राय एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से जनपद के समस्त थाना/चौकी प्रभारियों /यातायात निरीक्षक/इंटरसैप्टर प्रभारी को मोटर वाहन अधिनियम के अन्तर्गत नशे में वाहन चलाने/ओवर स्पीड/ओवर लोड व खतरनाक तरीके से वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये है।
इंटरसेप्टर प्रभारी जीवन सामंत द्वारा चैकिंग के दौरान करबला तिराहे पर अल्मोड़ा नगर के स्कूल की वैन संख्या UK01TA4293 रोककर चैक करने पर चालक बिक्रम सिंह निवासी खत्याड़ी अल्मोड़ा शराब के नशे में वाहन चलाते हुए पाया गया, जिसे मौके पर गिरफ्तार कर वैन को सीज किया गया ।वाहन चालक का ड्राइविंग लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए भेजा गया।
वाहन मे अल्मोड़ा नगर के एक स्कूल के कक्षा 1 से कक्षा 12th में पढ़ने वाले कुल 10 बच्चे बैठे हुए थे, जिन्हे अन्य वाहन की व्यवस्था कर उनके घर तक छुड़वाया गया।
संबंधित स्कूल प्रबंधक को वैन के चालकों की नियमानुसार चैकिंग के संबंध में पत्राचार किया जा रहा है।