(अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर)
- सुरक्षित इंटरनेट दिवस पर एनआईसी ने आयोजित की साइबर सुरक्षा कार्याशाला
- विभागीय अधिकारियों को प्रशिक्षकों ने दी सुरक्षित इंटरनेट उपयोग की जानकारी
राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, चमोली की ओर से मंगलवार को अपर जिला अधिकारी विवेक प्रकाश की अध्यक्षता में सुरक्षित इंटरनेट दिवस पर साइबर सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान विषय विषेशज्ञों ने जनपद के सभी विभागीय अधिकारियों को इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग और साइबर अपराधों के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने साइबर हमला होने पर उठाए जाने वाले प्राथमिक कदमों की भी जानकारी दी।
चमोली:- अपर जिला अधिकारी विवेक प्रकाश ने कहा कि वर्तमान में इंटरनेट दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा हो गया है। इंटरनेट से कार्यालयी कार्यों के साथ बैंकिंग कार्य किए जा रहे हैं। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को इंटरनेट के खतरों और उससे बचाव की पूरी जानकारी के साथ इंटरनेट उपयोग करना आवश्यक हो गया है। उन्होंने कार्यशाला में मौजूद अधिकारियों को इंटरनेट के उपयोग और बचाव को लेकर दिए जा रहे प्रशिक्षण को गंभीरता से लेने और जानकारी के उपयोग से साइबर अपराधों पर प्रभावी रोक लगाने की बात कही।
कार्याशाला में जिला सूचना विज्ञान अधिकारी विशेष चंद्रा ने कहा कि इंटरनेट के प्रसार से इन दिनों साइबर अपराध तेजी से बढने लगा है। जिससे बचने के लिये इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग जरुरी है। बताया कि वर्तमान में बैंकिंग फ्राड, इन्वेसटमेंट फ्राड के साथ अन्य प्रकार के साइबर फ्राड तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में इंटरनेट का उपयोग सावधानी से करना जरुरी है। उन्होंने सुरक्षित इंटरनेट के उपयोग के लिए यूजर्स को ईमेल, सोशल मीडिया या बैंकिंग एकाउंट पर अलग-अलग पासवार्ड रखने, पासवर्ड सिक्वेंस नम्बर में न बनाने, मोबाइल में प्ले स्टोर से वैरिफाइड एप ही इंस्टाल करने, बिना वीपीएम के पब्लिक वाईफाई का उपयोग न करने, समय-समय पर पासवार्ड बदलने, मोबाइल या कम्प्यूटर से साफटवेयर अपडेट करने के साथ ही अज्ञात स्रोत से आने वाले लिंक का बिना जानकारी के क्लिक न करने की बात कही। कहा कि किसी ऑनलाइन शॉपिंग, इन्वेसटमेंट, लक्की ड्रा फ्राड जैसी सुविधा का उपयोग वैरिफाइड एप से ही करना चाहिए।
इस मौके पर उप जिलाधिकारी पोखरी अबरार अहमद, एसीएमओ डा. एमएस खाती, एसडीओ केदारनाथ वन प्रभाग मोहन सिंह, सुरेंद्र रावत, प्रदीप पंवार सहित सभी विभागीय अधिकारी मौजूद थे। साथ ही तहसील और ब्लॉक स्तर के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से कार्यशाला में उपस्थित रहे।