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डेंगू रोकथाम व नियंत्रण अभियान के तहत रूद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि, सुमाड़ी व मयाली बाजार में नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुतियां की।
रूद्रप्रयाग- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में बीते पांच माह से जारी डेंगू रोकथाम व नियंत्रण अभियान के तहत शनिवार को रूद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि, सुमाड़ी व मयाली बाजार में नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुतियां के जरिए जरूरी ऐहतियाती उपायों पर अमल करने का संदेश दिया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि डेंगू रोकथाम व नियंत्रण अभियान की कड़ी में शनिवार को सूचना विभाग में पंजीकृत नाट्य दलों के माध्यम से चार स्थानों पर डेंगू रोकथाम जागरूकता हेतु नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया गया। नाट्य दल देवभूमि सांस्कृतिक कलामंच द्वारा रूद्रप्रयाग बस अड्डा व अगस्त्यमुनि बाजार में, एक्सल डेवलपमेंट एंड एजुकेशन सोसायटी द्वारा सुमाड़ी बाजार तथा रूद्र कला समिति द्वारा मयाली बाजार में डेंगू रोग रोकथाम बचाव व नियंत्रण विषयक पर नुक्क्ड़ नाटकों की प्रस्तुति दी। नाट्य दल के कलाकारों द्वारा डेंगू रोग के लक्षण, बचाव व रोकथाम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है, इसलिए घर के आस-पास पानी बिल्कुल भी जमा होने देने, घरों में गमलों, गमलों की ट्रे आदि में पानी ठहरने न देने, कूल का पानी नियमित रूप से बदलते रहने, बेकार वर्तन, खुली बोतलें, डिब्बे, टूटे हुए प्लास्टिक, पुराने टायर आदि को घर में एकत्र न करने, पानी की टंकियों व बर्तनों को अच्छी तरह से ढक कर रखने, ऐसे कपड़े पहनने जो शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढक सके, मच्छर भगाने वाली क्रीम का उपयोग करने का संदेश दिया। नाटकीय मंचन जरिए कलाकार द्वारा तेज बुखार, सर दर्द, बदन दर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंख के पिछले भाग में दर्द, शरीर पर लाल चक्कते, जी मचलाना और उल्टी जैसे लक्षण के विषयक में जानकारी दी गई व डेंगू के लक्षण होने पर चिकित्सकीय परामर्श लेने, अधिक मात्रा में पानी पीने, पौष्टिक आहार का सेवन करने व अधिक से अधिक आराम करने की सलाह के नुक्कड़ नाटकों का समापना हुआ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 एचसीएस मर्तोलिया ने कहा कि पिछले 05 माह से सभी संभव माध्यमों से डेंगू बचाव व रोकथाम के विषयक आशा, एएनएम, सीएचओ व अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा सामुदायिक स्तर पर छोटी-छोटी गोष्ठियों, स्कूलों में प्रार्थना सभाओं में जागरूकता सत्रों के आयोजन व अन्य माध्यम से जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नगर पालिका व नगर पंचायतों के सहयोग से भी लगातार जरूरी स्थानों पर फॉगिंग कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि डेंगू रोकथाम के अंतर्गत अब तक डेंगू किट के माध्यम से 900 की व 118 का एलिजा टेस्ट किया गया। जिसमें से 21 लोगों डेंगू से ग्रस्त पाए गए, जिसमें से 20 स्वस्थ हो चुके हैं व 01 उपचाराधीन है, जिसका स्वास्थ्य ठीक है।
उन्होंने बताया कि डेंगू रोकथाम के अंतर्गत अब तक जनपद में 15958 के घरों का का भ्रमण कर 58295 लोगों का सर्वे किया गया है, इस दौरान 33781 कंटेनरों की जांच की गई। जिसमें से 27 में लार्वा मिलने पर उन्हें मौके पर नष्ट किया गया। उन्होंने कहा कि डेंगू रोकथाम को लेकर जनपद स्तर पर लगातार निगरानी की जा रही हैं विभाग के पास पर्याप्त डेंगू जांच किट उपलब्ध है वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि, जखोली, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऊखीमठ व जिला चिकित्सालय रूद्रप्रयाग में डेंगू आइसोलेशन बार्ड बनाने के साथ-साथ जिला स्तर पर रेपिड रिस्पॉंस टीमों का गठन किया गया है।