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SDRF उत्तराखंड पुलिस के 11वें सेनानायक के रूप में श्री अर्पण यदुवंशी (IPS) ने संभाला कार्यभार।
देहरादून :- SDRF वाहिनी मुख्यालय जॉलीग्रांट में आज दिनाँक 07 सितंबर 2024 को राज्य आपदा प्रतिवादन बल के 11वें सेनानायक के रूप में श्री अर्पण यदुवंशी (IPS) ने कार्यभार ग्रहण किया गया। श्री अर्पण यदुवंशी (IPS), इससे पूर्व पुलिस अधीक्षक, उत्तरकाशी के पद पर नियुक्त थे। आज प्रथम कार्य दिवस पर महोदय द्वारा सभी अधिकारियों एवं शाखा प्रभारियों से औपचारिक परिचय के साथ साथ कार्यों की जानकारी ली एवम आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि “एसडीआरएफ की जिम्मेदारी लेना मेरे लिए सम्मान की बात है, लेकिन साथ ही यह एक बड़ी चुनौती भी है। उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में भूस्खलन, बाढ़, बादल फटना और भूकंप जैसी आपदाओं से निपटना हमारे लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है। मेरी कोशिश होगी कि एसडीआरएफ की टीम हर समय पूरी तरह तैयार रहे ताकि किसी भी आपदा के समय त्वरित और प्रभावी रूप से कार्यवाही कर सके।
हमारे सामने एक और बड़ी चुनौती है प्रतिक्रिया समय को और कम करना। यह बेहद जरूरी है कि आपदा के समय जितनी जल्दी हम पहुंचें, उतनी ही ज्यादा जानें बचाई जा सकती हैं। साथ ही, अत्याधुनिक उपकरणों और संसाधनों की उपलब्धता से भी प्रतिक्रिया समय में और सुधार होगा। तकनीक का सही इस्तेमाल हमारे काम को और सटीक और तेज बनाएगा। ड्रोन, अंडरवाटर ड्रोन और उन्नत संचार प्रणाली जैसे उपकरणों का समुचित उपयोग सुनिश्चित करना मेरी प्राथमिकता होगी।
एसडीआरएफ कर्मियों का कौशल विकास भी अहम है। उन्हें नवीनतम तकनीकों और स्थितियों के अनुरूप उन्नत प्रशिक्षण देंगे ताकि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहें। आपदा के समय सूचनाओं का सही और तेज आदान-प्रदान होना चाहिए ताकि कार्रवाई समय पर हो सके। उन्होने विशेष रूप से जोर देकर कहा कि जनजागरूकता अभियानों के माध्यम से भी आमजन को आपदा से पूर्व की तैयारियों हेतु प्रशिक्षित किया जायेगा।
मेरी कोशिश यह भी होगी कि हमारी टीम मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत रहे। संसाधनों की सही समय पर उपलब्धता हेतु विशेष प्रयास किये जायेगे ताकि हम आपदा के दौरान त्वरित कार्रवाई कर सकें। मुझे विश्वास है कि हम इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करेंगे और एसडीआरएफ को खासकर आपदा के समय तेजी से प्रतिक्रिया देने के मामले में और मजबूत बनाएंगे।
इस अवसर पर उपसेनानायक श्री मिथिलेश कुमार, श्री विजेंद्र दत्त डोभाल, सहायक सेनानायक श्री श्यामदत्त नौटियाल, क्वार्टर मास्टर श्री राजीव रावत इत्यादि अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।