-अरुणाभ रतूड़ी
नदियों के बढते जलस्तर को देखते हुए आपदा सचिव ने हरिद्वार,नैनीताल व पिथौरागढ़ के जिलाधिकारियों को दिए सावधानी बरतने के निर्देश।
सचिव आपदा प्रबंधन डॉ रंजीत कुमार सिन्हा के निर्देश पर राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से जिलाधिकारी हरिद्वार, नैनीताल तथा पिथौरागढ़ को वर्षा के कारण उत्तराखण्ड राज्य के संबंधित जनपदों में नदियों के जल स्तर में हो रही वृद्धि की संभावना को देखते हुए सावधानी बरतने के सम्बन्ध में निर्देश जारी किए गए हैं।
केन्द्रीय जल आयोग कार्यालय अधिशासी अभियन्ता हिमालयी गंगा मण्डल, हरिद्वार से प्राप्त दैनिक जल स्तर एवं पुर्वानुमान दिनांक 07.07.2023 (प्रति संलग्न) के क्रम में बाणगंगा (रायसी) हरिद्वार, धौलीगंगा (कनज्योति) पिथौरागढ़ एवं कोसी (बेतालघाट) नैनीताल नदियों में जलस्तर में हो रही वृद्धि के दृष्टिगत अपने-अपने जनपदों में निम्न सावधानियां बरतने हेतु प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण रखने, किसी भी आपदा / दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान करने, आपदा प्रबन्धन IRS प्रणाली के नामित समस्त अधिकारियो एवं विभागीय नोडल अधिकारियो को हाई अलर्ट में रहने, समस्त राजस्व उपनिरीक्षको , ग्राम विकास अधिकारियो , ग्राम पंचायत अधिकारियो को अपने क्षेत्रों में बने रहेंने, समस्त चौकी / थाने को भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहने, उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी / कर्मचारी को मोबाईल / फोन स्विच ऑफ नहीं करने, अधिकारीगणो को बरसाती, छाता, टार्च हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में रखने हेतु उचित कार्यवाही करने, उक्त अवधि में लोगों के फँसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल सुविधा की व्यवस्था करने, असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन की अनुमति न देने, नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर करने, केन्द्रीय जल आयोग के लिंक http//ffs.india-water.
समस्त सम्बन्धित अधिकारियों को किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना SEOC/ राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के फोन नंबरों 0135-2710335, 2664314, 2664315, 2664316, फैक्स नं 0135-2710334, 2664317. टोल फ्री नं0 1070, 9058441404 एवं 8218887005 पर तत्काल देने के भी निर्देश जारी किए गए हैं।