प्रथम विश्व युद्ध के नायक विक्टोरिया क्रॉस विजेता अमर शहीद गबर सिंह नेगी जी की जयंती पर उन्हें कोटिश: नमन। WWW.JANSWAR.COM

प्रथम विश्व युद्ध के नायक विक्टोरिया क्रॉस विजेता अमर शहीद गबर सिंह नेगी जी की जयंती पर उन्हें कोटिश: नमन।

(अरुणाभ रतूड़ी ):- प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, भारत के वीर सपूतों ने अपनी बहादुरी और बलिदान का प्रदर्शन करते हुए विश्व को अपनी शक्ति का एहसास कराया। ऐसे ही एक वीर सपूत थे अमर शहीद गबर सिंह नेगी जी, जिन्होंने अपने अदम्य साहस और बलिदान के लिए विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित किया गया।

गबर सिंह नेगी जी का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। वह एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते थे, लेकिन उनके मन में देशभक्ति और साहस की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश सेना में भर्ती होकर अपने देश की सेवा करने का निर्णय लिया।

फ्रांस में युद्ध के दौरान, गबर सिंह नेगी जी ने अपनी बहादुरी का प्रदर्शन करते हुए दुश्मन की सेना पर हमला किया और उन्हें पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। इस युद्ध में उनके अदम्य साहस और बलिदान के लिए उन्हें विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित किया गया।

आज, गबर सिंह नेगी जी की जयंती पर, हम उन्हें कोटिश: नमन करते हैं और उनके बलिदान को याद करते हैं। उनकी बहादुरी और देशभक्ति हमें प्रेरित करती है और हमें अपने देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करती है।

गबर सिंह नेगी जी की विरासत:- गबर सिंह नेगी जी की विरासत हमें यह सिखाती है कि बहादुरी और देशभक्ति किसी भी परिस्थिति में हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित कर सकती है। उनकी कहानी हमें यह भी सिखाती है कि साधारण लोग भी असाधारण काम कर सकते हैं अगर वे अपने देश और समाज के लिए काम करने का निर्णय लें।

आज, जब हम गबर सिंह नेगी जी की जयंती मना रहे हैं, हमें उनके बलिदान और बहादुरी को याद करना चाहिए और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का प्रयास करना चाहिए।