-अरुणाभ रतूड़ी
मां नन्दा देवी मेले के पोस्टर का हुआ विमोचन,मेले को दिया जाएगा भव्य स्वरूप
अल्मोड़ा-(अशोक कुमार पाण्डेय)अल्मोड़ा में होने वाले विश्व प्रसिद्ध नंदा देवी महोत्सव को लेकर नंदा देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें समिति ने मां नंदा देवी के पोस्टर का विमोचन करते हुए बताया कि। 20 सितंबर को गणेश पूजन के साथ महोत्सव का शुभांरभ किया जाएगा। मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों को बनाने के लिए कदली वृक्षों को इस बाद नगर से लगे फलसीमा गांव से सूबेदार जसवंत सिंह के खेतों से लाया जाएगा। जहां पर 21 सितंबर को कदली वृक्षों को आमंत्रण देने को मंदिर पुजारी सहित समिति के लोग जाएंगे। वही, 22 सितंबर की सुबह आमंत्रित किए गए वृक्षों को मंदिर में लाया जाएगा। जहां पर पूजा अर्चना के बाद स्थानीय कलाकार कदली वृक्षों से मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण करेंगे।
23 सितंबर को अष्टमी के दिन मंदिर में विशेष पूजा अर्चना होगी। वही, 26 सितंबर तक से भक्त माता के दर्शन कर सकेंगे। 27 सितंबर को पूरे बाजार मे मां नन्दा सुनंदा की शोभायात्रा निकलेगी। दुगालखोला स्थित नौले में मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों के विसर्जन के साथ ही मेला संपन्न होगा। पूर्व की तरह ही इस बार भी मेले को स्वरूप भव्य किया जाएगा। जिसमें नगर और बाहर के व्यापारियों को आमंत्रित किया गया है। मेला समिति का कहना है की मेले को भव्य बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।इस बार मेले के दौरान अनेक खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित कराई जा रही हैं।अधिक से अधिक संख्या में लोग मेले में प्रतिभाग कर सके इसके लिए भरसक प्रयास किये जा रहे हैं।मेला समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने अल्मोड़ा की सम्भ्रांत जनता का भी आह्वाहन किया कि मेले को भव्य एवं आकर्षक बनाने के लिए सभी इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित उन्होंने बताया कि एडम्स फील्ड में रंगारंग कार्यक्रमों के साथ दुकानें भी सजेंगी।इसी के साथ मां नन्दा देवी मेले के पोस्टर का भी विमोचन किया गया।नंदा देवी महोत्सव के संबंध में आयोजित प्रेस वार्ता में मां नंदा देवी पोस्टर के विमोचन के अवसर पर अध्यक्ष मनोज वर्मा ,मनोज सनवाल सचिव मुख्य संयोजक, तारा चंद्र जोशी सांस्कृतिक संयोजक,हरीश बिष्ट कोषाध्यक्ष, किशन गुरुरानी संरक्षक,अमरनाथ सिंह नेगी मीडिया प्रभारी,जीवननाथ वर्मा,धन सिंह मेहता,अनूप शाह व्यवस्थापक,डॉ निर्मल जोशी,परितोष जोशी प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी आदि उपस्थित रहे।
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नाबालिग अपहृत लड़की को हरियाणा से किया बरामद, अपहरण के आरोप में एक व्यक्ति हिरासत में।
चमोली: (थराली):26जुलाई2023 को एक व्यक्ति द्वारा थाना थराली पर तहरीर दी गयी कि उनकी नाबालिक पुत्री जिसकी उम्र-17 वर्ष है स्कूल के लिए घर से निकली थी जो बाद में घर नहीं लौटी जिसका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहा है। हमारे द्वारा आतिथि तक उक्त की खोज की गयी लेकिन कोई भी लाभप्रद सूचना नही मिली। परिजनों द्वारा उक्त नाबालिक का संदीप कुमार पुत्र श्री बक्तवारी लाल निवासी ग्राम कौब भुलियाड़ा से फोन पर सबसे अधिक वार्ता करना बताया गया। जिसके आधार पर थाना थराली पर मु0अ0सं0 28/2023 धारा 363 भादवि बनाम संदीप पंजीकृत किया गया।
मामला नाबालिक व महिला सम्बन्धी होने पर पुलिस अधीक्षक चमोली श्री प्रमेन्द्र डोबाल महोदय द्वारा मामले का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए उ0नि0 दिनेश पंवार के नेतृत्व में टीम जिसमें मुख्य आरक्षी -दिगम्बर, आरक्षी-मनबीर व होमगार्ड हेमा थे,गठित की गयी।
गठित पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयासों कुशल सुरागरसी पतारसी से अपहृता नाबालिक को दिनांक 26अगस्त23 को नाथूपुर फेस 3 डीएलएफ सिटी गुड़गांव हरियाणा से सकुशल बरामद किया गया। साथ ही पूछताछ हेतु नामित संदीप पुत्र बख्तवारी लाल निवासी ग्राम कौब थाना थराली को भी हिरासत में लिया गया व थाना कर्णप्रयाग में अग्रिम कार्यवाही के लिए दाखिल किया गया।
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उत्तराखंड सेवानिधि ने कुमाऊंनी लोक गीतों की विधाएं विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया।
अल्मोड़ा:(अशोक कुमार पाण्डेय):उत्तराखंड सेवानिधि ने कुमाऊंनी लोक गीतों की विधाएं विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य वक्ता लोकप्रिय संस्कृति कर्मी एवं वरिष्ठ पत्रकार नवीन बिष्ट रहे। उन्होंने कहा कि कुमाऊं के लोकगीतों में विविध रंगों पर विस्तृत प्रकाश डाला। बिष्ट ने संगीतमय प्रस्तुति के साथ अपनी बात रखी। सेवानिधि के निदेशक पद्मश्री डा ललित पांडे ने कार्यक्रम की शुरूआत में बिष्ट का शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि संस्था का यह सिलसिला 2018 से शुरू हुआ है और यह 19 वां आयोजन है।
बिष्ट ने चैती से अपनी बात की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि हिन्दू कलेंडर में चैत को पहला महीना है। लोकगीतों में इस दौरान चैती गायन होता आया है। समाज का एक वर्ग घर घर जाकर चैती गाता था। इसमें लोक संगीत के साथ ही पूरे साल सुखमय जीवन के कल्याम के लिए आशीष के बोल भी होते थेः जो भागी जियलो नौ ऋतु सुणेलो आदि गाएन होता था। उन्होंने छपेली के अलग अलग रंग पेश किए। बताया कि इसमें दादरा व कहरुवे के साथ गायन किया जाता है। झौड़े के विविध प्रकारों को रखते हुए बिष्ट ने झुमकिया देव आदि झौड़ों पर प्रकाश डाला। चांचरी की चंचला के साथ ही उन्होंने मधुर कंठ से गाई जाने वाली न्यौली जोकि उदासीन वातावरण में एक नया रंग भर देती है कि प्रस्तुति दी। बैर के साथ भगनौल के संबंध को भी गाने के साथ समझाने की भरपूर कोशिश की। लोरी जिसे स्थानीय बोली में हुलारी कहते की प्रस्तुति के साथ उन्होंने अपने व्याख्यान का समापन किया। बिष्ट ने सेवानिधि संस्था का मौका दिए जाने के लिए आभार भी व्यक्त किया। निदेशक पांडे ने बिष्ट सहित सभी उपस्थित लोगों का चर्चा में सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया।
बिष्ट के गायन में हुड़के में संगत देने वालों में नारायण सिंह थापा व बांसुरी में उमेश कुमार ने शामिल रहे। इससे पहले सेवानिधि के कमल जोशी ने नवीन बिष्ट का जीवन परिचर प्रस्तुत करते हुए उनके रंगकर्म के दीर्घ अनुभव को साझा किया। कार्यक्रम में गिरीश चंद्र जोशी देवेद्र अग्निहोत्री लता पांडे मीता उपाध्याय ध्रुव टम्टा दीप वर्मा कल्याण सिंह मनकोटी मोहन कांडपाल किरन जोशी जीवन चंद्र जोशी यूकोस्ट के सुभाष नेगी प्रो एस हामिद सीएस सिराड़ी रधु तिवारी पत्रकार व पूर्व सभासद अशोक पांडे हरीश भंडारी जगदीश जोशी नीरज पांगती माधुरी बिष्ट लक्षिता बिष्ट नीरज भट्ट वैभव जोशी सुरेश बिष्ट आदि मौजूद रहे।