-अरुणाभ रतूड़ी
मानसून से पहले आपदा प्रबंधन की पूरी तैयारी सुनिश्चित होः सीएम
गर्मियों मे पेयजल आपूर्ति पर विशेष ध्यान दिया जाए
एसडीआरएफ को और मजबूत किया जाए
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में अधिकारियों को दिये निर्देश
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में आपदा प्रबंधन की बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून से पूर्व सभी आपदा प्रबंधन की पूरी तैयारी कर लें। सभी विभाग चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों के चिन्हीकरण शीघ्र किया जाय। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर वैकल्पिक मार्गों की भी व्यवस्था हो। यह सुनिश्चित किया जाय कि आपदा में सङको के क्षतिग्रस्त होने की दशा मे आवागमन की व्यवस्था शीघ्र सुचारू हों। संचार व्यवस्थाओं को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि आपदा के दौरान संचार व्यवस्थाएं सबसे अधिक बाधित होती हैं। संचार व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए पूरी तैयारी की जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में नालों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि वर्षा के कारण शहरों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन तंत्र को और मजबूत बनाया जाय। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों से जिन परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था करनी है, वह शीघ्र की जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि आपदा प्रभावितों को आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत मुआवजा राशि शीघ्र प्राप्त हो, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में पुर्ननिर्माण कार्यों के लिए धन का अभाव नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पुर्ननिर्माण कार्यों को शीर्ष प्राथमिकताओं में रखा जाय। किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए जन सहयोग बहुत जरूरी है। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाय। आपदा के दौरान सराहनीय कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया जाय। राज्य में एस.डी.आर.एफ को और मजबूत करने के साथ ही संख्या बल में भी वृद्धि की जाय।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय कि ग्रीष्मकाल एवं मानसून अवधि में पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति सुचारू रहे। पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति के बाधित होने की काफी शिकायते आ रही हैं, इन समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाय। ग्रीष्मकाल में वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये जाय। वनाग्नि को रोकने के लिए जनसहयोग के साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जाय। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून शुरू होने से पूर्व जनपद एवं तहसील स्तर पर आपदा कंट्रोल रूम पूर्ण रूप से सक्रिय हो जाएं। आवश्यक उपकरणों की पूर्ण व्यवस्था रखी जाय। यदि कोई भी आवश्यकता हो तो शासन को अवगत कराया जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि मानसून अवधि में आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों एवं पर्वतीय जनपदों में खाद्यान की पूर्ण व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। आपदा से जानमाल की कम से कम क्षति हो इसके लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। मौसम विभाग द्वारा मौसम पुर्वानुमान में क्या और सुधार हो सकता है, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मौसम पूर्वानुमान पहले मिल जाने से जानमाल के नुकसान से लोगों को बचाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरकण्डा में डॉप्लर रडार को शीघ्र शुरू किया जाए एवं लैंसडाउन में डॉप्लर रडार की कार्यवाही में तेजी लाई जाय।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस. एस संधु, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, डीजीपी श्री अशोक कुमार, सचिव श्री एस. ए. मुरूगेशन, श्री नितेश झा, श्री दिलीप जावलकर, श्री शैलेश बगोली, श्री रविनाथ रमन, वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से गढ़वाल कमिश्नर श्री सुशील कुमार एवं सभी जिलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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उत्तराखण्ड के वित्त, शहरी विकास एवं आवास विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनर्गठन एवं जनगणना मंत्री श्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने नई दिल्ली में निर्माणाधीन भवन ‘उत्तराखण्ड निवास’ का निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य, गुणवत्ता बनाए रखते हुए तय की गई समय सीमा में पूरा करना सुनिश्चित किया जाए। कैबिनट मंत्री श्री प्रेम चन्द अग्रवाल द्वारा उत्तराखण्ड निवास के नक्शे का अवलोकन करते हुये भवन के सभी प्रावधानों की विस्तृत जानकारी ली। इसके अलावा निर्माणाधीन भवन में गाड़ियों की पार्किंग व्यवस्था की भी जानकारी ली गई।
उल्लेखनीय है कि 3, गोपीनाथ बारदोलाई मार्ग, चाणक्यपुरी नई दिल्ली में जून 2020 से उत्तराखण्ड निवास का काम शुरू किया गया। भवन में तीन बेसमेंट होंगे। भवन में भू-तल को सम्मिलित करते हुए कुल सात तल बनाए जाएंगे। भवन उत्तराखण्ड वास्तुकला शैली में बनाया जायेगा। ग्रीन भवन की तर्ज पर बनाए जा रहे इस भवन का अपना सीवेज सोधन संयत्र होगा। भवन में 50 किलो वाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट भी है। उत्तराखण्ड निवास का निर्माण कार्य संभावित 2023 तक पूरा कर लिया जायेगा।
इस अवसर पर स्थानिक आयुक्त डॉ0 वी0वी0आर0सी0 पुरूषोत्तम व उत्तराखण्ड पेयजल निगम के सहायक अभियन्ता श्री अरविन्द सैनी उपस्थित थे।
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आयुक्त गढ़वाल मण्डल सुशील कुमार ने आज आयुक्त सभागार पौड़ी में पी0डब्लू0डी0 व आर0डब्लू0डी0 की जिला योजना, राज्य सेक्टर व समस्त केन्द्रीय व वाह्य पोषित सेक्टर तथा चार धाम यात्रा से सम्बधित जनपदों के अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से चार धाम यात्रा, विकास कार्योे, आलवेदर सड़क परियोजना, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलमार्ग प्रगति आदि के संबध्ंा में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। आयुक्त गढ़वाल सुशील कुमार ने कहा कि चार धाम यात्रा की तैयारियों को लेकर रूटों पर स्थलीय निरीक्षण किये जा रहें हैं, यात्रियों को सुगम व सुविधाजनक यात्रा देने के हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैै। उन्होंने इस वर्ष अपेक्षाकृत अधिक यात्रियों के चार धाम यात्रा पर आने के दृष्टिगत विभागों को तैयारी पूर्ण रखने के निर्देश दिये।
आयुक्त गढ़वाल मण्डल सुशील कुमार ने आज आयुक्त सभागार पौड़ी से आगामी चार धाम यात्रा की तैयारियों का वीसी के माध्यम से जायजा लिया। उन्होंने जिलाधिकारी पौड़ी को श्रीकोट स्टेडियम खेल विभाग को हस्तानातरित करने के निर्देश दिये। आयुक्त गढ़वाल मण्डल ने जिलाधिकारी उत्तरकाशी से डोईवाला-उत्तरकाशी रेल सर्वेक्षण की जानकारी ली साथ ही निर्देशित किया कि रेलवे अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर बैठक करें जिससे सर्वेक्षण में आ रही समस्याओं का पता चल सकेगा। उन्होने जिलाधिकारी चमोली को निर्देशित किया कि सेवई गांव में जल स्त्रोत के विवाद का जल्द समाधान करना सुनिश्चित करें। आयुक्त गढ़वाल मण्डल ने जिलाधिकारी टिहरी को निर्देशित किया कि कोडियाला में नदी में बनाये जा रहे डम्पिंग एरिया का निरीक्षण करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने अपर जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को निर्देशित किया कि मुआवजा मिलने के बाद भी कुछ लोगों ने भवन खाली नही किये है जिस पर तत्काल कार्य वाही की जाए। आयुक्त महोदय ने सभी सम्बधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि 30 अप्रैल तक सभी मार्गों को ठीक व सुचारू कर लिया जाए जिससे यात्रा सुविधाजनक हो। उन्होंने निर्देशित किया कि यात्रा रूटों पर डेंजर जोंनो व लैण्ड स्लाइड वाले प्रमुख स्थानों को चिन्हित कर उन स्थानों पर जेसीबी व अन्य आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था पूर्ण कर ली जाए।
आयोजित बैठक में वीसी के माध्यम जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे, जिलाधिकारी उत्तरकाशी मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी टिहरी इवा श्रीवास्तव सहित सम्बधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
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अपर जिला अधिकारी श्रीमती ईला गिरी ने आज बीरोंखाल क्षेत्र के अन्तर्गत बाबा जसवंत सिंह की जन्मस्थली दुनाव बाड़ियुं में प्रस्तावित मिनी स्टेडियम ओर बाबा जसवंत सिंह की प्रस्तावित मूर्ति के अनावरण स्थल का भौतिक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि मिनी खेल स्टेडियम निर्माण के लिए ग्रामीणों के द्वारा जो भूमि उपलब्ध करायी जा रही है, उसका गांव वालों से सहमति पत्र लेकर तत्काल लैंड ट्रंासफर की कार्यवाही पूर्ण करना सुनिश्चित करें। साथ ही खेल स्टेडियम व मूर्ति स्थापना के लिए अग्रिम कार्यवाही शीघ्रता से करें।
इससे पूर्व अपर जिलाधिकारी द्वारा उपजिलाधिकारी से स्वामित्व योजना के अन्तर्गत लैण्ड सर्वे, ड्रोन मैपिंग और स्वामित्व कार्ड वितरण की प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिये गये। इसके अतिरिक्त उन्होंने बैजरो में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई जा रही पार्किग के सम्बन्ध में निर्देश दिये गये कि पार्किग का पक्का निर्माण करें तथा दीवार की लैण्डस्लाइड से सुरक्षा के लिए स्थायी समाधान करें।
इस दौरान उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण(बैजरो) विवेक प्रसाद सेमवाल, प्रभारी तहसीलदार थलीसैंण आनन्दपाल सहित सम्बधित कार्मिक उपस्थित थे।