मुख्यमंत्री ने दून अस्पताल में ओ.टी.व इमरजेंसी भवन का लोकार्पण के साथ आशा कार्यकत्रियों की पुस्तिका का किया विमोचन#विधायक ने मेधावी छात्र-छात्राओं तथा शिक्षक शिक्षिकाओं का किया सम्मान#जिलाधकारी वंदना ने कोसी नदी में कूड़ा डालने वालों को चिह्नित करने दिए निर्देश

-अरुणाभ रतूड़ी

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को दून चिकित्सालय देहरादून के अंतर्गत ओ.टी. एवं इमरजेंसी के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों का हालचाल भी जाना।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘‘आशा संगिनी’’ पोर्टल का भी शुभारंभ किया एवं आशा कार्यकत्रियों की हस्त पुस्तिका का विमोचन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनपदों में कार्यरत आशा कार्यकत्रियों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से वार्ता भी की। आशा संगिनी के माध्यम से राज्य की समस्त 12018 आशा कार्यकत्री प्रोत्साहित होंगी। आशा कार्यकत्रियों को नियत समय पर भुगतान दिलवाने तथा उनके द्वारा सम्पादित किए गए कार्यों के मूल्यांकन व अनुश्रवण हेतु “आशा संगिनी“ पोर्टल को सभी जनपदों में संचालित कर दिया गया है। राज्य में कार्यरत सभी आशा कार्यकत्रियों को प्रति माह उनके द्वारा किये गये कार्यों के सापेक्ष निर्धारित देय प्रोत्साहन धनराशि का भुगतान “आशा संगिनी“ के माध्यम से ऑनलाईन सीधे उनके बैंक खाते में विकासखण्ड स्तर से सत्यापन पश्चात् जनपद स्तर से किया जाएगा। सॉफ्टवेयर में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कार्यरत समस्त आशा कार्यकत्रियों को ऑनलाईन भुगतान की सुविधा उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आशा संगिनी सेवा के माध्यम से हमारी आशा कार्यकत्रियों को स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं सरलता और प्रभावी रूप में प्राप्त होंगी। इसके माध्यम से राज्य की 12 हजार से अधिक आशा बहनों को समय पर भुगतान दिलाने तथा उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों का प्रभावी मूल्यांकन सरलता के साथ हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है, आशा कार्यकत्रियां राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ है। हमारी आशा बहनें राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में प्रतिकूल परिस्थितियों में जिस प्रकार से अपनी सेवाएं जरूरतमंदों तक पहुंचा रही है, वह अत्यन्त सराहनीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि उत्तराखण्ड के दूरस्थ पर्वतीय इलाकों तक सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से प्राप्त हो सकें, इसके लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार उत्तराखण्ड को  2025 तक सभी क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाने के साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र में भी उत्तराखण्ड को देश का प्रथम राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए हम सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी का बेहतर तरीके से इस्तेमाल हो इस पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विशेष जोर दिया। इसके परिणामस्वरूप ज्ञान, विज्ञान के क्षेत्र में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आशा संगिनी सेवा के माध्यम से हमारी आशा कार्यकत्रियों को स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं सरलता और प्रभावी रूप में प्राप्त होंगी। इसके माध्यम से राज्य की 12 हजार से अधिक आशा बहनों को समय पर भुगतान दिलाने तथा उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों का प्रभावी मूल्यांकन सरलता के साथ हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आशा कार्यकत्रियां राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ है। हमारी आशा बहनें राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में प्रतिकूल परिस्थितियों में जिस प्रकार से अपनी सेवाएं जरूरतमंदों तक पहुंचा रही है, वह अत्यन्त सराहनीय है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि आशा कार्यकत्रियों की सुविधा के लिए आशा संगिनी पोर्टल का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि 06 हजार आशा कार्यकत्रियों को कार्य को सुविधाजनक बनाने के लिए टैब दिये, शेष 06 हजार आशा कार्यकत्रियों को भी जल्द ही टैब दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि हर ब्लॉक पर आशा संवाद के नाम से कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। 2024 तक उत्तराखण्ड को क्षय रोग मुक्त करना है। 2025 तक स्वास्थ्य के क्षेत्र में 10 महत्वपूर्ण टारगेट रखे गये हैं। दून अस्पताल में अब प्रतिदिन 3 हजार लोग इलाज करा सकते हैं।

        इस अवसर पर  मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, विधायक श्री खजान दास, श्री दिलीप सिंह रावत, सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार, प्रधानाचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ. आशुतोष सयाना, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं आशा कार्यकत्रियां मौजूद थे।

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विधायक ने मेधावी छात्र छात्राओं सम्मानित कर विद्यालय को विधायक निधि से दिए पांच लाख रुपए

अल्मोड़ा-(अशोक कुमार पांडेय) को विधायक मनोज तिवारी ने राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज हवालबाग में विद्यालय में अध्ययनरत छात्र छात्राओं से मुलाकात की।इस अवसर पर उन्होंने 60% से ऊपर अंक लाने वाले छात्र छात्राओं को पुरस्कृत करने के साथ ही विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाओं को भी सम्मानित किया।इस अवसर पर विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि विद्यार्थी का जीवन जितना सरल होता है उतना ही कठिन भी होता है।विद्यार्थी जीवन किसी भी मनुष्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रहता है क्योकिं यही जीवन उनका भविष्य तय करता है।

अत:विद्यार्थी का अध्ययन और चिन्तन-मनन में निष्ठापूर्वक संलग्न रहना ही राष्ट्र-निर्माण की प्रमुख भूमिका होगी।इन्हीं में से देश को श्रेष्ठ वैज्ञानिक मिलेंगे,विधिवेत्ता मिलेंगे, व्यापारी और टैक्नीशियन मिलेंगे, शिक्षा-शास्त्री,समाज-शास्त्री और अर्थ-शास्त्री मिलेंगे।देश के सुव्यवस्थित संचालन के लिए निष्ठावान लिपिक और अधिकारी मिलेंगे।राष्ट्र-प्रेमी राजनीतिज्ञ मिलेंगे जो परिवार,वंश, दल,धर्म तथा सम्प्रदाय की भावना से ऊपर उठकर राष्ट्र का नेतृत्व करेंगे

विधायक तिवारी ने विद्यालय में टीन शैड के निर्माण के लिए पांच लाख की धनराशि की घोषणा भी की। 

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जिलाधकारी वंदना ने कोसी नदी में कूड़ा डालने वालों को चिह्नित करने दिए निर्देश

अल्मोड़ा, 11 नवंबर 2022 (अशोक कुमार पांडेय) जिला गंगा समिति की बैठक जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में नवीन कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई। इस दौरान सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने पूर्व में आयोजित बैठक में दिए गए दिशा निर्देशों के अनुपालन में की गई कार्यवाही की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिन चयनित क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण हेतु राजस्व भूमि नहीं मिल रही हो वहां वनभूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि कोसी नदी में अनधिकृत रूप से कूड़ा डालने वाले प्वाइंट का चिन्हीकरण किया जाए तथा आस पास के लोगों, व्यापारियों के साथ वार्ता की जाए तथा उन्हें निर्धारित स्थानपर ही कूड़ा डालने के लिए प्रेरित किया जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि कोसी नदी के 100 मीटर के दायरे में आने वाले आवासों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों का सर्वे किया जाए तथा उनको नदी के किनारे कूड़ा न डालने के प्रति जागरूक किया जाए। उन्होंने जिला पंचायत द्वारा विभिन्न कस्बों से कूड़ा उठान की प्रक्रिया के बारे में समीक्षा की तथा कहा कि कूड़ा निस्तारण के लिए व्यापारियों के साथ बैठकें की जाएं तथा उन्हें निर्धारित स्थान पर ही कूड़ा रखने के लिए प्रेरित किया जाए।
बैठक में परियोजना निदेशक चंदा फर्त्याल समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।