यमकेश्वर:- यमकेश्वर के महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय परिसर में अवैद्यनाथ कि 11 पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। WWW.JANSWAR.VOM

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यमकेश्वर के महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय परिसर में अवैद्यनाथ कि 11पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

यमकेश्वर :- यमकेश्वर के महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय यमकेश्वर में गोरखनाथ पीठ के महायोगी अवैद्यनाथ कि पुण्य तिथि पऱ श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में अवैद्यनाथ जी कि प्रतिमा पर श्रद्धांजलि स्वरुप पुष्प अर्पित किये गये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी. राम हिमालयन संस्थान जॉलीग्रांट के प्रबंधक एवं संचालक बिजय धस्माना नें कहा कि मुझे महायोगी औऱ संत एवं राष्ट्रीय विभूति कि जन्मस्थली यमकेश्वर में जाकर उनकी पुण्य तिथि पर उनको श्रद्धांजलि समर्पित करने का अवसर मिला। उन्होने अपने वक्तव्य में कहा कि ऐसे योगी औऱ राष्ट्र संत कि पुण्य तिथि पर उनकी स्मृति में कार्यक्रम करना हम सबका दायित्व हैँ, क्योंकि उनके कृतित्व औऱ व्यक्तित्व से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।

उन्होने कहा की महंत योगी अवैद्यनाथ जी के सतत प्रयासो से क्षेत्र में महाविद्यालय की स्थापना की औऱ उच्च शिक्षा के लिए द्वार खोले। आज महाविद्यालय में 200छात्रों में से 180 छात्राये अध्ययनरत हैँ। डॉ विजय धस्माना नें कहा की संत महायोगी से प्रेरित होकर महाविद्यालय में अध्ययन कर रही 25 जरूरत औऱ हुनरमंद छात्राओ को महायोगी संत अवैद्यनाथ जी की स्मृति में स्कालरशिप प्रदान की जायेगी औऱ उनके कैरियर निर्माण से लेकर विवाह तक़ के लिए यथोचित सहयोग प्रदान किया जाएगा।

कार्यक्रम की संयोजक एवं प्रदेश महामंत्री डॉ मीरा रतूड़ी नें कहा कि महायोगी अवैद्यनाथ जी की जन्मभूमि एवं उनके सतत प्रयासों से फलित महाविद्यालय में पहली बार पुण्य तिथि पऱ उनकी स्मृति में कार्यक्रम का आयोजन कर श्रद्धांजलि दी गई हैँ। महायोगी अवैद्यनाथ जी की श्री रामजन्मभूमि की मुक्ति के क्रम में गोरक्षपीठ और महंत अवेद्यनाथ की महती भूमिका रही है। श्री रामजन्मभूमि आंदोलन में महंत जी ने हर स्तर पर सहयोग किया और आंदोलन के अगुवा की भूमिका में रहे। उनका जीवन संत परंपरा के लिए और समाज के लिए अनुकरणीय है।औऱ उन्होंने योगी आदित्यनाथ जैसे कर्मयोगी को सबसे बड़े प्रदेश के नेतृत्व करने. योग्य बनाने में महत्वपूर्ण गुरु कि भूमिका निभाई हैँ।

महाविद्यालय के प्राचार्य योगेश शर्मा नें कहा कि इस तरह कार्यक्रम से हमे अपने महान विभूतियों के कृतित्व औऱ व्यक्तित्व के बारे में जानकारी मिलती हैँ, औऱ हमे प्रेरणा मिलती हैँ.

वरिष्ठ पत्रकार औऱ साहित्यकार गणेश खुगशाल गणि नें कहा कि महान विभूतियों कि जन्मतिथी औऱ पुण्यतिथि पऱ कार्यक्रम करना हमारे लिए गौरव कि बात हैँ, औऱ समाज को प्रेरणा मिलती हैँ। उन्होने कहा कि अपने क्षेत्र के लोंगो को हम याद नहीं करते हैँ तो हम बहुत बड़ी गलती करते हैँ. उन्होने कहा कि आज यमकेश्वर धरती में पूरे देश के संत को याद किया जाना बहुत उल्लेखनीय हैँ।

बचन बिष्ट नें कहा कि आज हम पुण्य तिथि में उनका स्मरण कर रहे हैँ, योगी औऱ संत तो पूरे देश के होते हैँ, किंतु जन्म स्थान एक निश्चित जगह पऱ होता हैँ वह जगह यमकेश्वर हैँ। महिमा नन्द भटकोटी जी नें कहा कि योगी अवैद्य नाथ नें यमकेश्वर को उच्च शिक्षा के द्वार खोलकर यमकेश्वर में उच्च शिक्षा कि अलख जगाई हैँ.।

अनिल रावत मंडल अध्यक्ष यमकेश्वर नें कहा कि महाराज जी यमकेश्वर के निवासी थे यह सौभाग्य हैँ।.

विनोद डबराल जिला पंचायत नें कहा कि यमकेश्वर विभूतियों कि धरती हैँ. शिक्षा के लिए उनके द्वारा महाविद्यालय खोलकर विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा कि अलख जगाई।

इस अवसर पऱ सतेन्द्र नेगी, ग्राम प्रधान बिथयानी, पूर्व प्रधान मोहन सिंह नेगी, राजेंद्र बडोला, धीर सिंह नेगी, एवं महाविद्यालय के शिक्षकगण विनय पांडे, राम सिंह सामंत, डॉ नीरज नौटियाल, सुनील प्रसाद एवं समस्त स्टाफ एवं छात्र मौजूद रहे।