-अरुणाभ रतूड़ी
राज्यपाल ने आयुर्वेद एवं मर्म चिकित्सा पर आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया
राजभवन ऑडिटोरियम में आयुर्वेद एवं मर्म चिकित्सा पर आयोजित सेमिनार में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग और आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित इस सेमिनार को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि योग, आयुर्वेद और मर्म जैसी भारतीय चिकित्सा पद्धतियां हमारी अनमोल धरोहर हैं। हजारों वर्षों के बाद भी उनका ज्ञान हम सभी के लिए आज भी बहुत उपयोगी है। राज्यपाल ने कहा कि हमें योग, आयुर्वेद और मर्म को जीवन का आधार बनाना होगा। इससे हम देश को स्वस्थ और मजबूत बनने में सक्षम होंगे।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड की इस भूमि पर आयुर्वेद एवं मर्म न केवल उत्तराखण्ड को अपितु पूरे देश और विदेश से आने वाले लोगों को स्वस्थ और सुखी बना सकता है। कोरोना काल के दौरान पूरी दुनिया ने आयुर्वेद के महत्व को समझा। उन्होंने कहा कि हमें उत्तराखण्ड को योग, आयुर्वेद और मर्म चिकित्सा की राजधानी बनाने के लिए बड़े कदम उठाने होंगे। इसका प्रचार-प्रसार करना होगा जिससे स्वस्थ समाज और विश्व की परिकल्पना साकार हो सके। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में होमस्टे के साथ-साथ वेलनेस सेंटर पर फोकस करना होगा। आयुर्वेद एवं मर्म चिकित्सा का संदेश सभी स्तरों पर फैले इस पर हमें गंभीरता से विचार करने होंगे।
सेमिनार में आयुर्वेद एवं मर्म चिकित्सा की उपयोगिता पर अपना संबोधन देते हुए आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० सुनील कुमार जोशी एवं अहमदाबाद, गुजरात से आये वैद्य हितेन वाजा ने कहा कि आयुर्वेद का उद्देश्य स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा और रोगी व्यक्ति के रोग का निवारण करना है। आयुर्वेद के उद्देश्य की पूर्ति में मर्म चिकित्सा का आयुर्वेद में अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है। हजारों लोग बिना धन और समय व्यर्थ किये स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में लोग आयुर्वेद, मर्म चिकित्सा और योग के महत्व को समझने और स्वीकार करने लगे हैं। आयुर्वेद, मर्म चिकित्सा द्वारा रोगों का निवारण और स्वास्थ्य संवर्धन सम्भव है।
सेमिनार में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर सहित आयुष विभाग के अधिकारी, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय सहित विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
********
झूठी सूचना देने वाले ट्रक ड्राइवर पुलिस एक्ट में चालान व 5000 रुपये जुर्माना,लाईसेंस निरस्तीकरण की संस्तुति।
सोमेश्वर पुलिस ने 5000रु के चालान के साथ की डीएल निरस्तीकरण की कार्यवाही
अल्मोड़ा(अशोक कुमार पाण्डेय) 15 नवम्बर की रात्रि को एक ट्रक चालक ने डायल 112 मे सूचना दी कि ट्रक संख्या यूके 04 सीए 2157 में किसी महिला के चिल्लाने की आवाज आ रही है, शायद महिला के साथ अपराध हो रहा है, इस सूचना पर सोमेश्वर पुलिस व अल्मोड़ा जनपद पुलिस द्वारा ताकुला बॉर्डर, कोसी कस्बा, सोमेश्वर व समस्त जिले मे चेकिंग अभियान चलाकर उक्त ट्रक की खोजबीन व तलाश की गई।
सूचना देने वाले ट्रक ड्राइवर ने पूछताछ में बताया कि उसका शराब के नशे मे दूसरे ड्राइवर से विवाद हो गया था, जिस कारण गलत सूचना दी।
थानाध्यक्ष सोमेश्वर विजय सिंह नेगीने झूठी सूचना देने वाले ट्रक चालक अशोक कुमार आर्य निवासी ग्रामo झुपुलचौरा थाना सोमेश्वर का उत्तराखंड पुलिस एक्ट में चालानी कार्यवाही कर ₹5000 जुर्माना वसूल किया गया। आपसी विवाद करने वाले दोनो चालकों के वाहनों का कोर्ट चालान कर, दोनों के डीएल निरस्तीकरण की कार्यवाही की गयी।
*********
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर अल्मोड़ा जिला सूचना कार्यालय द्वारा आयोजित हुई गोष्ठी
अल्मोड़ा 17 नवम्बर (अशोक कुमार पाणडेय)- राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिला सूचना कार्यालय अल्मोड़ा द्वारा एक गोष्ठी का आयोजन जीबी पंत राजकीय संग्रहालय स्थित सभागार में किया गया। इस गोष्ठी में कई पत्रकार बन्धुओं ने प्रतिभाग किया। गोष्ठी में सभी उपस्थित पत्रकारों ने “The media’s Role in nation building” (राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका) विषय पर अपने-अपने विचार रखे। इस दौरान वक्ताओं ने पत्रकारिता के वर्तमान स्वरूप व उनकी चुनौतियों के सम्बन्ध में चर्चा की। वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में मीडिया का महत्वपूर्ण स्थान है तथा राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में मीडिया ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है । वहीं वर्तमान दौर में कुछ पत्रकारों ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रेस का काम आम नागरिकों के मुद्दों को सामने लाना एवं शासन-प्रशासन से उस पर कार्यवाही करवाना भी है। गोष्ठी में वर्तमान में मीडिया के क्षेत्र में आ रहे बदलावों के सम्बन्ध में भी वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर उपस्थित पत्रकारों ने मीडिया के स्वतन्त्र एवं निष्पक्षता पर जोर देते हुए अपने कार्य को पूरी ईमानदारी से करने की बात कही। वक्ताओं ने कहा कि पत्रकारिता लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ है जिसकी गरिमा बनाये रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। गोष्ठी के अन्त में सभी पत्रकारों ने प्रेस दिवस की शुभकामनायें प्रेषित करते हुए सभी को एकजुट रहने की अपील की। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश पाण्डे, सुरेश तिवारी, राजेन्द्र रावत, दयाकृष्ण काण्डपाल, अशोक पाण्डे, जगदीश चन्द्र जोशी, कंचना तिवारी, कपिल मल्होत्रा, एस0एस0 कपकोटी, उदय किरौला, दिनेश भट्ट आदि पत्रकारों ने अपने-अपने वक्तव्य रखे। कार्यक्रम का संचालन सूचना अधिकारी सुन्दर कुमार ने किया।