राज्यपाल ने पांवटा साहिब स्थित गुरुद्वारा में सपरिवार मत्था टेक लंगर छका # मुख्यसचिव ने वनाग्नि संकट प्रबंधन सेल की बैठक में फायरअलर्ट पर त्वरित कार्यवाही  के निर्देश दिये#बैठक में सरकार के दृष्टिपत्र – 25, संकल्प 2022’’ की समीक्षा की गई। # जिलाधिकारी को घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल की छापेमारी में कई अनियमितताएं मिली# # श्रीनगर में स्थापित चारधाम यात्रा नियंत्रण कक्ष 24 घंटे खुला रहेगा: जिलाधिकारी # डा०गजेन्द्र थापा की स्मृति में आज कुन्दन लाल साह प्रेक्षागृह में कार्यक्रम आयोजित ।-www.janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

02 मई 2023

 

राज्यपाल ने पांवटा साहिब स्थित गुरुद्वारा में सपरिवार मत्था टेक लंगर छका

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने मंगलवार को पांवटा साहिब स्थित गुरुद्वारे में सपरिवार मत्था टेक कर देश एवं प्रदेश वासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान उन्होंने लंगर भी छका। गुरुद्वारे पहुंचने पर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार हरभजन सिंह ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया।

इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर भी उपस्थित रहीं।

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मुख्यसचिव ने वनाग्नि संकट प्रबंधन सेल की बैठक में फायरअलर्ट पर त्वरित कार्यवाही  के निर्देश दिये

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय वनाग्नि संकट प्रबंधन सेल की बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने वन विभाग को निर्देश दिए कि फायर अलर्ट पर तुरंत रिस्पांस दिया जाए उन्होंने कहा कि वनाग्नि को रोकने के लिए राज्य स्तरीय वनाग्नि संकट प्रबंधन सेल की बैठक हर वर्ष फरवरी माह में आयोजित कर ली जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि जंगलों में लगने वाली आग एक बहुत बड़ा मुद्दा है जिसे बहुत ही गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जंगलों में लगी आग को रोकने के लिए स्थानीय लोगों का अधिक से अधिक सहयोग लिया जाए, इसके लिए उन्हें किसी प्रकार का प्रोत्साहन भी दिया जा सकता है। उन्होंने इसमें गैर सरकारी सामाजिक संस्थानों को भी शामिल किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने आग बुझाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि वनों में आग लगने के कारणों में पिरुल महत्वपूर्ण है इसके लिए जंगलों से पिरूल के निस्तारण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने पिरुल से पैलेट्स तैयार कर खाना बनाने के ईंधन के रूप में प्रयोग करने को बढ़ावा दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि आमजन इसका प्रयोग कर सकें इसके लिए अधिक से अधिक उद्यमियों को इसके पैलेट्स तैयार किए जाने के लिए प्रोत्साहित करना होगा, ताकि पिरुल के पैलेट्स की उपलब्धता सालभर रहे। साथ ही मिड डे मील में बनने वाले भोजन के लिए इसे चूल्हे के ईंधन के तौर पर इसके उपयोग को बढ़ावा दिया जाए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आर के सुधांशु, वन विभाग प्रमुख (हॉफ) श्री अनूप मलिक एवं सचिव श्री विजय कुमार यादव सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

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बैठक में सरकार के दृष्टिपत्र – 25, संकल्प 2022’’ की समीक्षा की गई।

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में सरकार के ‘‘दृष्टिपत्र – 25, संकल्प 2022’’ की समीक्षा की गई। मुख्य सचिव ने कहा कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण न हो इसके लिए सभी विभाग अपनी भूमि चिन्हित कर इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाए। उन्होंने कहा कि पर्वतमाला योजना के तहत प्रदेशभर में विभिन्न रोप वे परियोजनाएं संचालित हो रही हैं जो शीघ्र पूर्ण हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि अन्य स्थानों पर भी रोप वे की संभावनाएं तलाशी जाएं।
मुख्य सचिव ने जनरल बिपिन सिंह रावत पूर्व सैनिक क्रेडिट गारंटी योजना के तहत प्रदेश के पूर्व सैनिक इस योजना का लाभ अधिक से अधिक उठा पाएं, इसके लिए इस सम्बन्ध में प्रदेश का डाटा एकत्रित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस परियोजना का प्रतिदिन मॉनिटरिंग किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मानसखंड सर्किट तक पहुंच आसान बनाने के लिए टनकपुर, रामनगर और हल्द्वानी से मानसखंड सर्किट के लिए सड़कों के विकास पर फोकस किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को मजबूती प्रदान करने के लिए उनके द्वारा बनाए उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि मार्केटिंग के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने प्रदेश में जन औषधि केंद्रों की संख्या अधिक से अधिक बढ़ाए जाने के निर्देश दिए, कहा कि आमजन को सस्ती जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए जन औषधि केंद्र बहुत कारगर साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बहुत से खूबसूरत पर्वतीय शहर हैं जिनमें पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकने की अत्यधिक संभावनाएं हैं ऐसे शहरों को मसूरी एवं नैनीताल की तर्ज पर विकसित करने के लिए चिन्हित कर फीजिबिलिटी टेस्ट करवा लिया जाए। साथ ही उन्होंने प्रदेश में साहसिक पर्यटन की दृष्टि से उपयुक्त अधिक से अधिक पर्यटन स्थलों को चिन्हित कर विकसित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेशभर में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक ईको टूरिज्म स्थल चिन्हित कर विकसित किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग कॉम्प्लेक्स विकसित किए जाने की दिशा में अधिक से अधिक प्रस्ताव लाए जाएं। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्रियल एरिया के आसपास अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की अत्यधिक आवश्यकता है। इससे इंडस्ट्रियल एरिया के आसपास रह रहे मजदूर वर्ग को सस्ती दरों पर किराए पर साफ सुथरे आवास मिल सकेंगे।
मुख्य सचिव ने उत्कृष्ट विद्यालय बनाए जाने में तेजी लाते हुए योजना को शीघ्र धरातल पर उतारे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के अंतर्गत कॉलेजों के सुदृढ़ीकरण के साथ ही हॉस्टल उपलब्ध कराए जाने पर फोकस किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक पुरुष एवं महिला हॉस्टल तैयार किए जाएं।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्री आनन्द बर्द्धन, सचिव श्री आर मीनाक्षी सुंदरम, श्री शैलेश बगोली, श्री सचिन कुर्वे, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, श्री बृजेश कुमार संत, श्री एस. एन. पाण्डेय, श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी एवं श्री विजय कुमार यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

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जनपद पौड़ी गढवाल समाचार

जिलाधिकारी को घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल की छापेमारी में कई अनियमितताएं मिली

संबंधित वार्डन पर सख्त अनुशासनात्काम कार्यवाही के दिए निर्देश।

किसी भी छात्र या प्रशासनिक व्यक्ति के विवाद में सम्मिलित पाये जाने पर होगी सख्त कार्यवाही

मुख्य विकास अधिकारी  माह में तथा एसडीएम सदर बीच बीच में करेंगे निरीक्षण

जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान द्वारा जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज धुड़दौड़ी में कॉलेज प्रशासन से कॉलेज मैनेजमेंट और कानून व्यवस्थाओं के संबंध में वार्तालाप की तत्पश्चात छात्रवास(हॉस्टल) में छापेमारी की तथा परिसर के अन्दर और बाहर दुकानों की भी तलाशी ली साथ-साथ साफ-सफाई व्यवस्था का भी अवलोकन किया गया।
छात्रवास में छापेमारी के दौरान जिलाधिकारी ने कई अनियमितताएं पायी। कतिपय छात्रों के रूम में शराब की खाली बोतल पायी गयी, यूज की गयी सिगरेट बरामद की गयी। हॉस्टल के भीतर खाने की सामग्री, तैयार भोजन और छुरी-चाकू हॉस्टल के अन्दर पाये गये। इस पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की तथा इसमें संबंधित वार्डन की व कॉलेज प्रशासन की लापरवाही मानी। उन्होंने संबंधित वार्डन पर सक्त अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये तथा जिम्मेदार अन्य लोगों की भी जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने इंजीनियरिंग कॉलेज के कतिपय छात्रों के विवाद में संलिप्तता के संबंध में निर्देशित किया कि जो भी छात्र तथा कॉलेज प्रशासन के लोग इसमें दोषी पाये जाते हैं उन पर सक्त कार्यवाही की जाय। परिसर के गेट पर नियमानुसार प्रवेश-निकासी करने वालों का ब्यौरा दर्ज करते रहने तथा गेट पर सुरक्षा का बेहतर करने के निर्देश दिये।
कॉलेज परिसर से सटी दुकानों में छापेमारी के दौरान जिलाधिकारी ने एक दुकान में 5 डोमोस्टिक गैस सिलेंडर का अनधिकृत उपयोग करते पाये जाने पर जिला पूर्ति कार्यालय को कार्यवाही करने के निर्देश दिये तथा दुकान के बाहरी ओर बड़ी संख्या में शराब की खाली बोतलें बरामद होने व दुकान के भीतर लाइटर इत्यादि पाये जाने से उन्होंने आबकारी विभाग को इस संबंध में संबंधित दुकान पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को अनिवार्य रूप से प्रत्येक माह कॉलेज प्रशासन के साथ एक बार कानून व्यवस्था तथा कॉलेज मैनेजमेंट के संबंध में बैठक आयोजित करने व उपजिलाधिकारी सदर को बीच-बीच में हॉस्टल के निरीक्षण की रिपोर्ट देने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अभिषेक श्रीवास्तव, तहसीलदार यशवीर सिंह, ई-डिस्ट्रीक मैनेजर प्रकाश चौहान सहित कॉलेज प्रशासन के अधिकारी-कार्मिक उपस्थित थे।

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श्रीनगर में स्थापित चारधाम यात्रा नियंत्रण कक्ष 24 घंटे खुला रहेगा:  जिलाधिकारी  

मई, 2023ः चारधाम यात्रा के सुचारू एवं शांति पूर्वक सम्पन्न कराये जाने हेतु चारधाम यात्रा में पड़ने वाले जनपद पौड़ी के तहसील मुख्यालय श्रीनगर में एक अस्थाई कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।
जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने चारधाम यात्रा के सुचारू रूप से सम्पन्न कराये जाने के लिए तहसील श्रीनगर मुख्यालय कंट्रोल रूम हेतु सहायक नगर आयुक्त नगर निगम श्रीनगर को नोडल अधिकारी व परियोजना प्रबंधक उत्तराखंड पेयजल निगम/अनुरक्षण गंगा इकाई श्रीनगर को सहायक नोडल अधिकारी नामित किया है। उन्होंने संबंधित नोडल अधिकारियों को अपने स्तर से कंट्रोल रूम में कार्मिकों की तैनाती करने तथा 24 घंटे कंट्रोल रूम को खुला रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने उपजिलाधिकारी श्रीनगर को तहसील परिसर में कंट्रोल रूम में नोडल अधिकारियों के लिए कक्ष सहित फर्नीचर उपलब्ध कराने व कंट्रोल रूम का क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये।

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जनपद अल्मोड़ा समाचार

डा०गजेन्द्र थापा की स्मृति में आज कुन्दन लाल साह प्रेक्षागृह में कार्यक्रम आयोजित

अल्मोड़ा प्रसिद्ध चिकित्सक डा़ गजेन्द्र थापा की स्मृति मे आज कुन्दन लाल साह प्रेक्षागृह में गोरखा समाज अल्मोड़ा की ओर से पूर्व लोकायुक्त व न्यायमूर्ति सुधीर वर्मा की गरिमामय उपस्थिति मे स्मृति दिवस मनाया गया , कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुवे मुख्य अतिथि मनोज तिवारी विशिष्ट अतिथि पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ,मनोरमा जोशी एस बी राना आज सम्मानित किये गये डा हरीश आर्या तथा डा. कौशल पाण्ड़े ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया कार्यक्रम का संचालन मीना चौहान ने किया । इस अवसर पर काजल भारती शौरभ जोशी ,शौरभ पन्त व गितांग , ने सुमधुर भजन प्रस्तुत किये , सभी अतिथियों को गोरखा समाज की ओर से सम्मानित किया गया ।

इस अवसर पर वितार ब्यक्त करते हुवे मंगल दीप बिद्या मन्दिर की संचालिका मनोरमा जोशी मे कहा कि ड़ा गजेन्द्र थापा जैसे चिकित्सकों की आज के समय में बहुत ही कमी है ।

कार्यक्रम कि अध्यक्षता करते हुये उत्तर प्रदेश के पूर्व लोकायुक्त न्यायमूर्ति सुधीर वर्मा ने सभी का आभार ब्यक्त करके हुवे कहा कि इतनी वर्षा मे भी लोगों की भागीदारी सराहनीय है । उन्होंने कहा कि चिकित्सक किसी भगवान से कम नही है , किन्तु आजकल लोभ लालच एक व्यवधान है ।

मुख्य अतिथि विधायक मनोज तिवारी ने डा. गजेन्द्र थापा को अपनी श्रद्धांजलि देते हुवे कहा कि डा गजेन्द्र थापा जैसे चिकित्सकों की आज भी जरूरत है , उन्होंने अपने कार्य को व्यवसाय  की तरह नही सेवा की तरह लिया , सभी चिकित्सकों , को उनसे प्रेरणा लेना चाहिये उनकी पुत्री विद्या देवी वर्मा ने इलाहाबाद में सेवायें दीं । डा गजेन्द्र थापा के नाम पर मेड़िकल कालेज मे एक फैकल्टी होनी चाहिये ।

विशिष्ट अतिथि पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने कहा कि , डा गजेन्द्र थापा ने जन -जन की दो लेवा की आज उनकी याद ताजा हो गई वे झोला व टार्च वेकर घर घर रोगियो को देखने जाते थे। बिना लोभ व लालच के वे गरीबों की सेवा करते रहे , वे गढवाल में भी रहे जब उनका वहां से स्थानान्तरण हुआ तो लोगों ने विरोध ब्यक्त किया वे साठ के दशक मे बहुत ही सक्रिय रहे , सेवानिवृति के बाद वह घर से ही रोगियों की सेवा करते रहे ,समय पर उपचार ना कराने वाले रोगियों को डांट भी पड़ती थी । आज के समय मे बहुत से चिकित्सक है , पर सेवा भाव की कमी है ।

चिकित्सक .हरीश,आर्या ने  डा.गजेन्द्र थापा को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पहाड़ का जनमानस अपने स्वास्थ के प्रति सचेत नही है । सभी को अपने स्वास्थ के प्रति सचेत होना चाहिये । कोविड़ काल में लोगों की तड़प देखी ।सभी को वर्ष में एक बार अपनी  जांच जरूर करवानी चाहिये ।

एनएसथीथिया चिकित्सक डा . कौशल पाण्ड़े ने कहा कि डा गजेन्द्र थापा ने चिकित्सा के क्षेत्र में जो योगदान दिया वह अनुकरणीय है ।गोरखा समाज सुधार समिति के अध्यक्ष एस बी राना ने सभी का आभार ब्यक्त किया ।

 इस कार्यक्रम संयोजन कटक पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष जंगबहादुर थापा , डा जे सी दुर्गापाल ,दयाशंकर टम्टा , पूरन चन्द्र तिवारी विशन दत्त जोशी , एस कुमार हरिओम हुरुंग ज्योति थापा प्रीति थापा , जगत रौतेला , चन्द्रा थापा , चित्रा थापा, पुष्पा थापा ,आदि उपस्थित रहे ।