राज्यपाल ने रुद्रप्रयाग में पूर्वसैनिकों,वीरता पुरस्कार,वीरांगना पुरस्कार विजेताओं से किया संवाद#चंपावत को आदर्श जिला बनाया जाएगा #राठ जनविकास समिति देहरादून में धूमधाम से मनायेगी ईगास-www.janswar.com

-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी

 

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने रुद्रप्रयाग भ्रमण के दौरान जिले के सेवानिवृत्त सैनिकों, वीरता पुरस्कार विजेताओं, वीरांगनाओं से संवाद किया।

 

इस संवाद में राज्यपाल ने कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत हो तो जिला सैनिक कल्याण अधिकारी या सीधे राजभवन को पत्र लिखकर बता सकते हैं। पूर्व सैनिकों की शिकायतों के समाधान के लिए राजभवन में शिकायत निवारण अधिकारी की नियुक्ति की गयी है। उन्होंने आश्वस्त किया कि राजभवन को प्राप्त होने वाली हर समस्या का उचित समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।

इस दौरान राज्यपाल ने रेड क्रॉस सोसायटी के स्वंयसेवियों से मुलाकात के दौरान कहा कि रेड क्रॉस रुद्रप्रयाग जिले में स्वास्थ्य के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित कर सकती है। इस हेतु उन्होने ठीक एक वर्ष बाद इसी दिन तक 2500 स्वयं सेवकों को रेडक्रॉस से जोड़ने का लक्ष्य दिया है।

इसके उपरान्त उन्होंने गुलाबराय मैदान में विभिन्न विभागों/संस्थाओं के स्टॉल का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्थानीय उत्पादकों से कहा कि वे अपने उत्पादों में वैल्यू एडिशन कर अपनी आर्थिकी में अपेक्षा से अधिक बढ़ोतरी कर सकते हैं। राज्यपाल को अपने बीच स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं में बेहद उत्साह दिखा। इस अवसर पर जिले के प्रशासनिक अधिकारी और विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

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आदर्श जिला बनाया जायेगा चम्पावत – मुख्यमंत्री
 
क्षेत्र के विकास के लिये मुख्यमंत्री ने की अनेक घोषणांयें
  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को चंपावत स्थित श्री घटोत्कच मंदिर में आयोजित घटोत्कच महोत्सव में प्रतिभाग कर घटोत्कच मंदिर में घटकू महाराज की पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
         इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भारी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि चंपावत की इस पावन भूमि, घटकू महाराज के आशीर्वाद से तथा यहां की देवतुल्य जनता ने उप चुनाव में रिकॉर्ड मतों से उन्हें विजयी बनाकर सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि मानस खण्ड सहित विभिन्न ग्रंथों में चंपावत एक विशिष्ट आध्यात्मिक क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, यहां अनेक देवी देवता विराजमान हैं जो हमारी हमेशा रक्षा करते है। उन्होंने कहा कि चंपावत के साथ ही पूरे प्रदेश में विभिन्न मेले, महोत्सव मनाए जाते हैं जो पहाड़ की मूल संस्कृति को जीवित रखते हैं और इसी कारण से हमारा यह परिवेश पूरे देश में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार निरंतर क्षेत्र के विकास के लिए कार्य कर रही है। चंपावत को आदर्श जिला बनाने हेतु विकास के दृष्टिगत अनेक कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे इस क्षेत्र के विकास के प्रति संकल्पित, और मन, वचन, कर्म से हर प्रकार से क्षेत्र की जनता की सेवा के लिए तत्पर हैं।
     इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा क्षेत्र के विकास हेतु अनेक घोषणाएं की गई ’जिसमें घटोत्कच मदिर की चहार दिवारी एवं दो कक्षों का निर्माण, मंदिर का कुमाऊँ शैली में सौन्दर्यीकरण, घटोत्कच मंदिर स्थल को सौंझ हिडिम्बा मंदिर होते हुए गौड़ी सड़क तक लगभग 2.5 किलोमीटर सड़क का निर्माण, घटोत्कच मंदिर से झाली-माली मंदिर तक 1700 मीटर सड़क का डामरीकरण, हिडिम्बा मन्दिर के निकट खेल मैदान का निर्माण, घटोत्कच मंदिर गेट से कैप्टन बिंदु सिंह के घर तक अवशेष सीसी मार्ग का निर्माण के साथ ही तहसीलों को राजस्व कार्यों के संपादन हेतु 2.50 लाख का फण्ड उपलब्ध कराये जाने की घोषणा की।
      मुख्यमंत्री ने प्रान्तीय खण्ड लोनिवि चम्पावत के अन्तर्गत बनलेख-ललुवापानी मोटर मार्ग को राजमार्ग घोषित किए जाने, क्रातेश्वर आदि ट्रेक रूट्स पर साइनेजज लगाए जाएंगे। चम्पावत बाजार से गोरलचौड़ मैदान की ओर जाने वाले मोटर मार्ग का चौड़ीकरण का कार्य किया जाएगा। जिला मुख्यालय में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अन्तर्गत आपदा प्रशिक्षण केन्द्र का निर्माण, जिला मुख्यालय में बहुउदेशीय आपदा राहत केन्द्र का निर्माण के साथ कलक्ट्रेट चम्पावत का कुमाऊँनी शैली में पुर्ननिर्माण किये जाने की भी मुख्यमंत्री ने घोषणा की।
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा घटोत्कच स्मारिका का भी विमोचन भी किया।
    कार्यक्रम में अध्यक्ष वन विकास निगम कैलाश चन्द्र गहतोड़ी,अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री हयात सिंह मेहरा,अध्यक्ष नगर पालिका चंपावत विजय वर्मा, ब्लॉक प्रमुख पाटी सुमन लता, बाराकोट विनीता फ़र्त्याल, चंपावत रेखा देवी, हरगोविंद बोहरा, अध्यक्ष मंदिर समिति मनमोहन सिंह बोहरा, जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा आदि उपस्थित थे।

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राठ जन विकास समिति देहरादून में धूमधाम से मनायेगी ईगास (दीवाली),

पारपंरिक रीति रिवाजों के साथ मनाया जायेगा लोकपर्व

देहरादून। राठ जन विकास समिति उत्तराखंड की बैठक यमुना कालोनी क्लव द्वितीय में समिति के अध्यक्ष शेखरानंद रतूड़ी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक का संचालन राठ जन विकास समिति के महासचिव कुलानंद घनसाला द्वारा किया गया। बैठक में प्रवासी राठ क्षेत्र के लोगों द्वारा इस वर्ष दिवाली का त्यौहार बड़े धूमधाम के साथ मनाने का निर्णय लिया गया है। राठ जन विकास समिति के अध्यक्ष शेखरानंद रतूड़ी ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम दून विश्वविद्यालय केदारपुरम, देहरादून के प्रागंण में शाम 6 बजे से शुरू होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री व सांसद हरिद्वार डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री व विधायक श्रीनगर डॉ धन सिंह रावत शिरकत करेंगे। इसके साथ ही क्षेत्र के विधायक-गण, पूर्व विधायक-गण, महापौर नगर निगम देहरादून, ले.ज. जीएस नेगी, मे.ज. रिटायर गुलाब सिंह रावत, विशिष्ट अतिथिगण, कार्यक्रम में आमंत्रित किए गए हैं।

राठ जन विकास समिति के अध्यक्ष शेखरानंद रतूड़ी ने कहा ईगास कार्यक्रम में सर्वप्रथम अतिथियों का स्वागत होगा। ईगास (दीवाली) पर्व पर 100 जोड़ी भैले, 2 जोड़ी के ढोल दमाऊ का प्रबंध राठ क्षेत्र से किया गया है। इस दौरान पारंपरिक रस्साकशी (गैड़) खींचने की व्यवस्था भी की गई है। तत्पश्चात भैला पूजन, राठ संस्कृति के अनुरूप भैलो खेलना जिसमें महिलाएं व पुरुष अलग-अलग से खेलेंगे तत्पश्चात रस्साकशी गैड़ खींचना एवं ढोल की थाप पर देवताओं का आह्वान तथा थड़िया गीत के साथ-साथ पांडव नृत्य किया जाएगा। इसमें रीति-रिवाज के अनुसार स्वाले पूड़ी, दाल के पकोड़े वितरित किए जाएंगे।

राठ जन विकास समिति के अध्यक्ष शेखरानंद रतूड़ी ने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कई समितियों का गठन किया गया है। जिससे कि राठ जन विकास समिति का यह पहला कार्यक्रम सफल बनाया जा सके। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम पर अपनी सहमति व्यक्त की है।
राठ जन विकास समिति के महासचिव कुलानंद घनसाला ने बताया कि कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने के लिए 16 अक्टूबर 2022 को राठ जन विकास समिति की आम सभा की बैठक आहूत की गई है। इसमें इगास के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा तथा 3 नवंबर से को भैला खेलने एवं थड़िया गीतों की रिहरसल कराई जाएगी। बैठक में डॉक्टर आरके पंत, इंजीनियर बीके पंत, सलाहकार एवं कैप्टन गोविंद सिंह रावत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा मेहरबान सिंह गुसाईं ने भी अपने विचार रखे।

केन्द्रीय पदाधिकारियों सहित क्षेत्रीय समितियों के पदाधिकारी भी उपस्थित थे। अंत में अंकिता भंडारी तथा उत्तराखंड के शहीदों को नमन कर दो मिनट का मौन रखा गया।