-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी
22 मई को खुल रहे श्री हेमकुंड साहिब के कपाट।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि) श्री गुरमीत सिंह मत्था टेकने के बाद कीर्तन में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए और गुरूद्वारा में मत्था टेका।
लक्ष्मण झूला रोड पर स्थित हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा मैनेजमेंट ट्रस्ट ने अतिथियों का स्वागत किया गया। श्री हेमकुंड यात्रा हेतु व्यापक तैयारियां की गयी है। कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल, ऋषिकेश मेयर अनिता ममगाई भी गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए तथा गुरुद्वारा ऋषिकेश में मत्था टेका। इस अवसर पर बङी संख्या में सिक्ख संगत जत्थे मौजूद रहे।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी संगतों को हेमकुंड साहिब यात्रा की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो वह कई बार इस यात्रा के प्रारंभ होने के मौके पर आते रहे हैं लेकिन यह पहला मौका है जब वे बतौर मुख्य सेवक के रूप में शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना गुरुकृपा के कुछ भी नहीं होता। प्रदेश में चार धाम यात्रा के साथ ही हेमकुण्ड यात्रा शुरू हो रही है। इस बार पिछले सालों की तुलना में कई गुना अधिक यात्री चार धाम यात्रा में पहुंचे हैं, सरकार सुरक्षित चार धाम एवं हेमकुण्ड साहिब यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का संकल्प है कि प्रदेश में आने वाले हर एक श्रद्धालु सुरक्षित आए और दर्शन करके सुरक्षित वापस लौटे।
मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह करते हुए कहा कि जिन श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानी हो रही हो, डॉक्टर की सलाह के बिना यात्रा न करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम का भव्य पुनर्निर्माण कार्य हुआ है। अब बदरीनाथ धाम का काम जारी है। उन्होंने कहा कि बनारस में काशी विश्वनाथ हो या अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, ये सब प्रधानमंत्री जी के दृढ़ संकल्प और आस्था का ही परिणाम है कि इन सभी मंदिरों का भव्य और दिव्य स्वरूप देश दुनिया के सामने दिख रहा है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही सहयोग से हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर रोपवे बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि चार धाम हेमकुंड साहिब के अलावा कुमाऊं क्षेत्र और गढ़वाल क्षेत्र के अन्य धार्मिक स्थानों का भी सर्किट विकसित किए जाएं। उन्होंने कहा कि पर्यटन को आर्थिकी का मजबूत स्रोत बनाने के लिए प्रदेश में होम स्टे मॉडल को विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में अब तक लगभग 3600 होम स्टे रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
हेमकुंड मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह विंद्रा ने राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री का आभार जताया।
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राज्यपाल ने किया संस्कृत सुरभि पत्रिका का विमोचन
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने गुरूवार को राजभवन में संस्कृतभारती की वार्षिक पत्रिका ‘संस्कृत सुरभिः’ का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार में के लिए कार्य कर रही संस्कृतभारती की इस पत्रिका में प्रदेश में चल रही संस्कृत गतिविधियों को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है, इसके साथ ही संस्कृत के शोधपरक विचारों एवं चिंतन को भी स्थान दिया गया है।
पत्रिका विमोचन के अवसर पर संस्कृतभारती के प्रांत संगठन मंत्री योगेश विद्यार्थी को उनके द्वारा संस्कृत भाषा में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों के लिए सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि संस्कृतभारती सरल-सुबोध तरीके से लोगों को संस्कृत भाषा सिखाने का कार्य कर रही है। उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य में संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य करने की आवश्यकता जतायी। उन्होने कहा कि हमारी प्राचीन ज्ञान की धरोहर संस्कृत भाषा में ही निहित है।
राज्यपाल ने कहा कि संस्कृत भारत की आत्मा की वाणी है भारत के प्रत्येक व्यक्ति के डीएनए में संस्कृत भाषा के विचार और धारणाएं विद्यमान है। हमारे प्राचीन ऋषि-मुनियों ने जिस ज्ञान का अनुसंधान किया था वह ज्ञान आज भी संस्कृत भाषा में हमारे पास एक धरोहर के रूप में विद्यमान है। प्राचीन ज्ञान विज्ञान को समझने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को संस्कृत भाषा का ज्ञान होना बहुत जरूरी है इस दिशा में कार्य कर रही संस्कृत भाषा भारती का कार्य प्रशंसनीय योग्य है। वह सरल संस्कृत संभाषण विधि से लोगों को संस्कृत सीखने के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने संस्कृत भारती के कार्यकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि बिना किसी स्वार्थ की भावना से समाज में संस्कृत को जागरूक व संस्कृत को लोकप्रिय बनाने के लिए कार्य करें।
इस अवसर पर संस्कृतभारती के प्रांत मंत्री ने कहा कि संस्कृतभारती ने 02 करोड़ से अधिक लोगों को संस्कृत संभाषण के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने संस्कृत भाषा पर आधारित कई अन्य जानकारियां भी दी। इस अवसर पर प्रोफेसर प्रेमचंद शास्त्री, दिनेश चंद्र शास्त्री, प्रकाश पंत भी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री की उपस्थिति मेंउत्तराखण्ड सरकार और भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में उत्तराखण्ड सरकार और भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। सीएम आवास मे आयोजित कार्यक्रम में राज्य में नवीकरणीय एवं अन्य परियोजनाओं के विकास और शत प्रतिशत वित्तीय निवेश किये जाने के लिए यह एमओयू किया गया है।
उत्तराखण्ड सरकार की ओर से सचिव ऊर्जा श्री आर मीनाक्षी सुन्दरम और भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड की ओर से मुख्य महाप्रबंधक नवीनीकरण ऊर्जा श्री शैली अब्राहम व अधिशासी निदेशक श्री अमित गर्ग ने हस्ताक्षर किए।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे प्रदेश में रिन्यूबल एनर्जी विशेष तौर पर सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रगति होगी। ऊर्जा और पर्यटन राज्य के विकास के दो प्रमुख आधार हैं। प्रदेश में आर्थिक विकास के साथ-साथ उद्योगों और घरेलू क्षेत्र में ऊर्जा की मांग बढ़ती जा रही है। राज्य सरकार की पूरी कोशिश है कि उत्तराखण्ड ऊर्जा सरप्लस स्टेट बने। इसके लिये सौर ऊर्जा पर भी फोकस किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता, प्रक्रियाओं के सरलीकरण की है। जितना ज्यादा प्रक्रियाओं को सरल किया जाएगा उतना ही राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश होगा। हमें प्रोफेशनल एप्रोच अपनानी होगी। प्रदेश के विकास के लिये हमें इकोनोमी और इकोलॉजी में संतुलन रखते हुए आगे बढ़ना है। इस दृष्टि से रिन्यूबल एनर्जी बहुत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने बीपीसीएल को राज्य में सौर ऊर्जा में आगे आने के लिये धन्यवाद किया और कहा कि राज्य सरकार द्वारा हर संभव सहयोग दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य की ऊर्जा नीति में जरूरी होने पर सुधार किये जाएं और विशेष तौर पर सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक संस्थाओं और उद्यमियों को हर संभव सहयोग दिया जाए।
भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के सीएमडी श्री अरूण कुमार सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड में रिन्यूबल एनर्जी के विकास के लिये बीपीसीएल काम करेगा। संसाधनों और टैलेंट की कमी नहीं है। हमें आपसी समन्वय और सहयोग से देश की प्रगति में योगदान देना है। उत्तराखण्ड में पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विकास हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा आवश्यक औपचारिकताओं को तेजी से पूरा किया गया है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव उत्तराखण्ड श्रीमती राधा रतूङी, बीपीसीएल के सीएमडी श्री अरुण कुमार सिंह, निदेशक श्री सुखमल जैन, स्टेट हैड श्री मिहिर जोशी, अपर सचिव श्रीमती रंजना, डॉ इक़बाल अहमद सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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प्रदेश के पशुपालन/दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन/गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग/कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा विधानसभा स्थित सभा कक्ष में पशुपालन विभाग के अंर्तगत यू०एल०डी०बी० मिशन के प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की।
पशुपालन मंत्री ने बताया कि उत्तराखण्ड में स्टेट लाइव स्टॉक मिशन नहीं होने के कारण राज्य को पशुधन के संबंध में विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि राज्य पूरी तरह से केन्द्र सरकार पर निर्भर है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में विभागीय अधिकारियों को स्टेट लाइव स्टॉक मिशन का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिये गये थे ताकि तैयार प्रस्ताव को कैबिनेट में प्रस्तुत किया जा सके। उन्होने कहा कि राज्य में स्टेट लाइव स्टॉक मिशन के लागू होने से पशुधन की बेहतर देखभाल के साथ-साथ राज्य की आय में वृद्धि हो सकेगी।श्री बहुगुणा ने विभाग द्वारा तैयार किये गये स्टेट लाइव स्टॉक मिशन के प्रस्ताव के विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
बैठक में सचिव पशुपालन श्री बी॰वी॰आर॰सी॰ पुरूषोत्तम, निदेशक पशुपालन श्री प्रेम कुमार, संयुक्त निदेशक पशुपालन श्री एस॰के॰ बिंजोला तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री सौरभ बहुगुणा ने विधानसभा स्थित सभा कक्ष में भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधि मण्डल के साथ गन्ना किसानों की विभिन्न समस्याओं के सम्बन्ध में बैठक की।
बैठक में भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधियों द्वारा किसानों के गन्ना भुगतान शीघ्र कराये जाने, चीनी मिलों के नवीनीकरण कराने जाने, सरकारी मिलों में रिक्त पदों को भरने, गन्ना वाहन से टोल टैक्स न वसूले जाने आदि के सम्बन्ध में मा. मंत्री से विस्तृत चर्चा की गई।
मंत्री ने किसानों की समस्याओं का निस्तारण शीघ्र किये जाने हेतु विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
बैठक में सचिव गन्ना एवं चीनी श्री विजय यादव, आयुक्त गन्ना एवं चीनी श्री हंसा दत्त पाण्डे, प्रबंध निदेशक गन्ना एवं चीनी श्री उदयराज सिंह, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष श्री सोमदत्त शर्मा तथा अन्य किसान नेता उपस्थित रहे।
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मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने गुरूवार को श्री बद्रीनाथ में चल रहे विभिन्न पुर्ननिर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यों की अच्छी प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इतनी ऊंचाई पर जिस तेजी से कार्य हो रहा है, यह सराहनीय है। मुख्य सचिव ने कहा कि श्री बद्रीनाथ में काफी कार्य इसी सीजन में पूरे हो जायेंगे। श्री बद्रीनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को कम से कम असुविधा हो, इसके प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक-दो साल में केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में भी लोग उदाहरण देंगे कि इतनी अधिक ऊंचाई के धार्मिक स्थल होने पर भी श्री बद्रीनाथ में सराहनीय कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के सुझावों को भी ध्यान में रखा जायेगा। मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि चारधाम यात्रा आने से पूर्व रजिस्ट्रेशन अवश्य करायें।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये यह सुनिश्चित किया जाए कि यात्रा के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं सुचारू रहें। श्रद्धालुओं को भगवान बद्रीविशाल के दर्शन हेतु हर संभव सुविधा मिले। इस अवसर पर उन्होंने हेलिपैड, दर्शनी गेट, बस स्टैंड, अराइवल प्लाजा, लूप रोड, शेष नेत्र व बद्रीश झील का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर भी पुलिस व प्रशासन तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को मूलभूत सुविधाओं बिजली, पानी तथा मोबाइल कनेक्टिविटी की सुचारू व्यवस्था रखने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने हेमकुंड साहिब के यात्रा मार्ग पर अतिरिक्त मेडिकल टीम की व्यवस्था करने और हेमकुंड जाने वाली सड़क को 15 जून तक दुरस्त करने के भी निर्देश दिये। विभिन्न कार्यों के निरीक्षण के बाद मुख्य सचिव ने श्री बद्रीनाथ धाम में पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर डीजीपी श्री अशोक कुमार, पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी चमोली श्री हिमांशु खुराना, मुख्य विकास अधिकारी श्री वरूण चौधरी, एसपी श्रीमती स्वेता चौबे उपस्थित थे।
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01जून से 06 जुलाई तक विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश रहेगा।
महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा उत्तराखण्ड श्री बंशीधर तिवारी ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2022-23 में 01 जून, 2022 से 06 जुलाई, 2022 तक समस्त प्राथमिक/माध्यमिक विद्यालयों में ग्रीष्म अवकाश रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दिनांक 31 मई, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू निषेध दिवस पर कक्षा 6 से 12 तक अध्ययनरत छात्र-छात्राओं एवं समस्त शिक्षकों द्वारा तम्बाकू निषेध सम्बन्धी शपथ भी ली जायेगी। महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा उत्तराखण्ड श्री बंशीधर तिवारी ने बताया कि 31 मई, 2022 तक सभी विद्यालय विधिवत संचालित होंगे।