-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी
राज्यपाल से मिले उत्तराखण्ड ह्वीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ी
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से सोमवार को उत्तराखण्ड व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने मुलाकात की। राज्यपाल ने उत्तराखण्ड व्हीलचेयर क्रिकेट टीम द्वारा ओडिशा में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता की ‘कलिंगा ट्रॉफी’ जीतने पर बधाई देते हुए खिलाड़ियों को भविष्य के लिये शुभकामनायें दी। इस उपलब्धि के लिए उन्होंने खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर यूनाइटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखण्ड के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड व्हीलचेयर क्रिकेट टीम ने ओडिशा में आयोजित चार राज्यों की क्रिकेट प्रतियोगिता जीतकर प्रदेश का मान बढ़ाया है। दिव्यांग क्रिकेट टीम की सफलता से राज्य का ही मान नहीं बढ़ा बल्कि इससे अन्य दिव्यांगजनों को प्रेरणा भी मिलेगी। उन्होंने कहा की आप सभी ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से जो लक्ष्य हासिल किया है वह अन्य लोगों के लिए भी उदाहरण है। उन्होंने कहा कि आप सभी खिलाड़ी एक हीरो और आइकॉन हैं।
राज्यपाल ने दिव्यांगजनों को खेलों की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए यूनाइटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने एसोसिएशन द्वारा उत्तराखण्ड में व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजन के लिए सफलता की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने एसोसिएशन समस्याओं और चुनौतियों के बारे में जानकारी ली और कहा की इसके लिए दीर्घकालिक समाधान तलाशने होंगे। राज्यपाल ने खिलाड़ियों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री गणेश शाह, उपाध्यक्ष श्री विजय रमोला, सचिव श्री उपेन्द्र पंवार, टीम के कप्तान श्री धन सिंह, उपकप्तान श्री धनवीर सिंह एवं अन्य खिलाड़ी उपस्थित थे।
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राज्यपाल से मिले कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से सोमवार को कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने राजभवन में शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल और कैबिनेट मंत्री ने राजभवन परिसर में स्थापित नक्षत्र वाटिका और बोनसाई गार्डन का भ्रमण किया।
उल्लेखनीय है कि राजभवन के बोनसाई गार्डन में 50 वर्ष से अधिक आयु तक के 500 से अधिक बोनसाई पेड़-पौधों को संरक्षित किया गया, सभी पौधों की देखभाल वैज्ञानिक विधि से की जाती है।राज्य
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मुख्यमंत्री से नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) के अधिकारियों एवं सदस्यों ने भेंट की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) के अधिकारियों एवं सदस्यों ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से जोशीमठ भू धसांव से उत्पन्न स्थिति के बाद राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में चर्चा की। सभी ने उत्तराखण्ड सरकार द्वारा जोशीमठ भू धसांव क्षेत्र में संचालित राहत एवं बचाव कार्यों के प्रयासों की सराहना की तथा मुख्यमंत्री को जोशीमठ क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थिति एवं भूधसांव के कारणों की जांच तथा आपदा राहत में केंद्रीय मदद का भरोसा दिया। एनडीएमए सदस्यों का सुझाव था कि भूधसांव क्षेत्र में पानी कहां रूका हुआ है तथा भूधसांव के कारण क्या हैं, इसका पता लगाया जाना जरूरी है। इसके लिये सभी संबंधित संस्थानों के वैज्ञानिकों का सक्रिय सहयोग लिया जायेगा ताकि समस्या का समाधान हो। साथ ही आपदा पीड़ितों के पुनर्वास हेतु चयनित स्थलों का भी भूगर्भीय सर्वेक्षण पर ध्यान दिया जाय। इस समस्या के स्थायी समाधान की दिशा में भी कार्य योजना बनाये जाने तथा इस संबंध में सभी संस्थानों द्वारा दी गई रिपोर्टों पर की जाने वाली कार्यवाही एक छत के नीचे हो ताकि अध्ययन रिपोर्टों का त्वरित लाभ प्राप्त हो।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने एनडीएमए के अधिकारियों एवं सदस्यों से भू धसांव क्षेत्र की भूगर्भीय तथा अन्य आवश्यक जांच में सभी संबंधित संस्थाओं के समन्वय के साथ कार्य योजना में सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने उत्तराखण्ड के अन्य शहरों की धारण क्षमता के आकलन हेतु भी आवश्यक वैज्ञानिक शोध एवं परीक्षण आदि की अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ का सांस्कृतिक, पौराणिक के साथ सामरिक महत्व भी है। यह बदरीनाथ का प्रवेश द्वार है।
उन्होंने कहा कि इस शहर को उसके पूर्व स्वरूप में लाने के लिये हमें समेकित प्रयासों की जरूरत रहेगी। राज्य सरकार युद्ध स्तर पर आपदा पीड़ितों की मदद की जा रही है। किसी भी पीड़ित को कोई कठिनाई न हो तथा उन्हें सभी अवश्यक सुविधायें मिले इसके निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर सचिव गृह मंत्रालय श्री डी. एस. गंगवार, संयुक्त सचिव श्री एस के जिंदल, एनडीएमए के सदस्य श्री कमल किशोर, ले. ज. से.नि. सैयद अता हसनैन, श्री कृष्ण वत्स, श्री राजेन्द्र सिंह के साथ अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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अल्मोड़ा में हुई सम्पन्न नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जरनलिस्ट उत्तराखण्ड की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक।
पत्रकारों की समस्याओं और उनकी मांगों के संबंधित समाधान के लिए ‘मीडिया संवाद’ महत्वपूर्ण।अल्मोड़ा। नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे उत्तराखंड) ने पत्रकारों की समस्याओं और उनकी मांगों के संबंधित समाधान के लिए ‘मीडिया संवाद’ को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए जागरूकता और सक्रियता की जरूत बतायी।
- अल्मोड़ा जनपद इकाई के आतिथ्य में यहां आयोजित बैठक में यूनियन की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष सुरेश पाठक ने कहा कि पत्रकारिता से जुड़े विविध विषयों की सही जानकारी ‘संवाद’ और ‘सक्रियता’ समस्याओं को समाधान की ओर ले जाती हैं। उन्होंने कहा कि नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स अपनी स्थापना के समय से ही मीडियाकर्मियों के कल्याण और हितों को लेकर जिस तरह से कार्य कर रही है, उसमें यूनियन के हर सदस्य का महमूल्य योगदान है। उन्होंने कहा कि हम पत्रकारों की समस्याओं के समाधान के लिए हर संघर्ष ने उनके साथ हैं।
यूनियन के संरक्षक त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने संगठन और समाजहित में सेवाभाव से कार्य करने की चाह रखने वाले सक्रिय और फ्रंटलाइन के मीडियाकर्मिया को ही कार्यकारिणी में शामिल करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि सदस्य के शैक्षिक स्तर, सामाजिक परिवेश और कार्य संस्कृति का प्रभाव संगठन पर भी पड़ता है। इसीलिए ऐसे लोगों को तरजीह दी जानी चाहिए जिनकी पत्रकारिता के साथ सामाजिक क्षेत्र में भी स्वीकार्यता हो। उन्होंने पत्रकार कल्याण कोष में बतौर सदस्य अपनी भूमिका और योगदान की जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड में मान्यता प्राप्त एवं सक्रिय पत्रकारों के आश्रितों को ‘पत्रकार कल्याण कोष’ से वित्तीय वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 में अब तक 1.66 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की जा चुकी है। जो राज्य स्थापना के बाद एक रिकॉर्ड है। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2021-22 में प्रदेश के 141 दैनिक तथा 1437 साप्ताहिक एवं मासिक समाचार पत्र-पत्रिकाओं को विज्ञापनों के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
कोषाध्यक्ष दया जोशी ने बेहतर कार्य प्रबंधन के लिए स्थानीय इकाइयों को जनपद और प्रदेश इकाइयों के साथ समन्वय बना कर कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नेतृत्व की अवेहलना करते हुए एकाकी निर्णय लेकर चलने वाले एक दिन अकेले ही रह जाते हैं। ऐसे लोगों के लिए संगठन में कोई जगह नहीं है।
संगठन मंत्री संदीप पांडे ने संगठन के द्विवार्षिक आम चुनाव 31 मार्च से पूर्व कराने का प्रस्ताव रखा जिस पर सभी ने सहमति प्रदान की। उधमसिंहनगर के जिलाध्यक्ष भूपेश छिमवाल ने अपनी जनपद इकाई के आतिथ्य में रूद्रपुर में अधिवेशन कराने प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। श्री छिमवाल ने कहा कि सभी के सहयोग से हम शानदार आयोजन करेंगंे। नवीन कुमार कश्पय ने कहा कि यूनियन तहसील स्तर के पत्रकारों की समस्याओं और मान्यता के मामले में उनके साथ है। बैठक में कुलदीप मटियानी एवं आशीष पाण्डे ने भी अपने विचार रखे।ं
इससे पूर्व अल्मोड़ा के जिलाध्यक्ष दरबान सिंह रावत, महासचिव देवेंद्र सिंह बिष्ट, कंचना तिवारी, विनोद जोशी, हरीश चन्द्र त्रिपाठी, गोपालदत्त गुरूरानी, डी एस सिजवाली, शिवेन्द्र गोस्वामी आदि ने आगन्तुक अतिथियों का माल्यार्पण और पुष्पगुच्छ भेंट कर और अल्मोड़ा की सुप्रसिद्ध बाल मिठाई खिलाकर उनका अभिनन्द किया।
बैठक में संगठन की ओर से बीते वर्ष की प्रगति और गतिविधियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया। आय-व्यय प्रस्तुतिकरण के साथ उपस्थित सदस्यों द्वारा जमा निधियों को बढ़ाने और पूर्व में तय शुल्क को यथावत जारी रखने पर सहमति प्रदान की गयी। उपस्थित सदस्यों द्वारा 31 मार्च 2023 से पूर्व समयबद्ध संगनात्मक चुनाव कराने का निर्णय लेकर आमसभा हेतु महाधिवेशन और चुनाव कार्यक्रम जारी करने पर सहमति प्रदान की। बैठक में सदस्यों की सक्रियता और उनके कार्य के मूल्यांकन के बाद भी उन्हें पदाधिकारी बनाने और उनके द्वारा पद के अनुरूप कार्य निष्पादन की जिम्मेदारी पूरी करने पर भी चर्चा हुई। यह भी तय किया गया कि नये वित्तीय वर्ष में एनयूजे इमरजेंसी रिलीफ फंड और एनयूजे मीडिया वेलफेयर फाउंडेशन का पुर्नगठन कर समाजहित में कार्य किये जायेंगे। विभिन्न जनपदों से आये प्रतिनिधियों ने संगठन के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए पदाधिकारियों व यूनियन की छवि धुमिल करने वालों के विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्क कार्रवाई की भी जरूरत बतायी।
इस इवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी ओर से अल्मोडा इकाई को बेहतर कार्य प्रबधन के लिए पुष्प भेंट कर और प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।