थलनदी गेंदमेला:इस वर्ष उदयपुर पट्टी की जीत हुई।

थलनदी गेंदमेला:इसवर्ष उदयपुर पट्टी की जीत हुई।

-सुबोध नेगी

पौड़ी गढवाल के उदयपुर-अजमीर पट्टियों के बीच थलनदी में आदि काल के खेले जाने वाला प्रतिष्ठा का गिंन्दी (गेंद) का खेल आज रात 8:22 पर छूटा।इस बार जीत उदयपुर पट्टी की हुई।

 

दो पट्टियों के बीच प्रतिष्ठा व शक्ति प्रदर्शन के खेल कोविड के कारण तीन वर्ष बाद आयोजित किया गया। इस वर्ष गेंद का यह खेल इस बार शायद पहली बार देर रात तक चला।यह एक अनोखा खेल है इस में दो पट्टियों के लोगों के बीच एक गेंद के लिए छीनाझपटी होती हैं जिसमें दोनों पट्टियों के लोगों का प्रयास होता है कि गेंद को अपनी-अपनी सीमाओं में ले जायें।जिस पट्टी के लोग गेंद छीन कर अपनी सीमा में ले जाते हैं वही पट्टी विजेता मानी जाती है।इस खेल में खिलाड़ियों की कोई नियत संख्या नहीं होती।खिलाड़ियों की कोशिश यही होती है कि किसी भी खिलाड़ी को चोट न लगे फिर भी गेंद छीनने में जोर आजमाईश तो होती ही है।गेंद पकड़े व्यक्ति को पचासों लोग घेर कर उस से गेंद छीनने का प्रयास करते हैं ऐसे में या जानबूझ कर गेंद वाला व्यक्ति गेंद को पेट से लगा कर उसपर लेट जाता है।और उसके ऊपर पचासों लोग गेंद छीनने का प्रयास करते हैं। ऐसी स्थिति को गेंद का पड़ना कहा जाता है।कभी-कभी यह अवस्था काफी देर तक रहती है।और कभी-कभी कोई बेहोश हो जाते हैं उन्हें बाहर निकाला जाता है।आज तक इस खेल में किसी की मौत नहीं हुई है पर बेहोश कई लोग हो जाते हैं।
वर्तमान में इस खेल का आयोजन मेला कमेटी करती है।सन् 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इसे राजकीय मेला घोषित कर दिया है।