पिछले दिनों केन्द्रीय परीक्षा बोर्ड का परीक्षाफल निकलने के दिन सुबह सक्षम के प्रान्तीय सचिव कपिल रतूड़ी की कॉल आयी।तब मैं अपने पौधों को पानी दे रहा था। मोबाइल कमरे में होने के कारण कॉल रिसीव नहीं कर पाया।जब पौधों को पानी दे कर कमरे में आया तो कपिल की कॉल देख कर कॉलबैक की। कपिल का मोबाइल बिजी जा रहा था।कुछ देर बाद उनकी कॉल आयी।बताया कि श्री गुरुरामराय इंटर कॉलेज में 12वीं कक्षा में पढने वाला उनका पुत्र कनिष्क जिसे हम प्यार से कन्नी कहते है ने अपनी कक्षा में 96% अंक प्राप्त कर परिवार का नाम ऊंचा किया है।
कनिष्क मेरे भतीजे कपिल का बेटा है। हमारे परिवार का सबसे बड़ा बेटा है।कपिल का जू.हाई स्कूल स्तर का गुरुकुल पब्लिक स्कूल है। जिसके संचालन व सक्षम के प्रान्तीय सचिव की ज़िम्मेदारी उन्हें घर में टिकने नहीं देती है। ऐसी स्थिति में कनिष्क ने अपनी मां श्रीमती साधना रतूड़ी के मार्ग दर्शन व अपने सुयोग्य गुरुओं के दिशा निर्देशन में 12वीं की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण कर यह साबित कर दिया कि उचित मार्गदर्शन से बच्चे अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकता है।
कनिष्क को मैंने कभी भी बेकार बैठे व गप्पें लड़ाते नहीं देखा है।ऊंचा बोलते नहीं देखा। विनम्र, मधुरभाषी इस बालक को सदैव पढ़ते देखा है।कई बार मैं उसे कहता भी था कि कभी-कभी खेल भी लिया करो परन्तु वह पढ़ने को ही प्राथमिकता देता रहा है जिसका फल उसे अच्छा ही मिला है। होना भी चाहिए क्योंकि जहां उसकी मां उच्च शिक्षित हैं वहीं पिता,दादा,नाना अध्यापक रहे हैं।शिक्षा तो उसके डीएनए में घुली है।शाबाश अन्ना इसी प्रकार प्रगति पथ पर आगे बढ़ते रहो।हम सबका आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ रहेगा।