राज्यपाल ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों एवं निदेशकों की बैठक ली। #जनता को केन्द्र व राज्य योजनाओं का लाभ देने के लिए नियमित बहुद्देशीय शिविर लगायें जाए-मुख्यमंत्री#मुख्यमंत्री ने जगद्गुरू स्वामी राजराजेश्वराश्रम से शिष्टाचार भेंट की।#जिलाधिकारी ने कहा कि जंगलों में आग लगने पर तत्काल कंट्रोल रूम को उसकी जानकारी दें।#घमंड के आखंड में डूब चुके है भाजपा नेता- भूपेन्द्र सिंह भोज-www.janswar.com

-अरुणाभ रतूडी़

राज्यपाल ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों एवं निदेशकों की बैठक ली।

राज्यपाल/कुलाधिपति कुमाऊं विश्वविद्यालय, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शुक्रवार को डीएसबी परिसर में कुमाऊं विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों एवं निदेशकों की बैठक ली। पहली बार हुई इस तरह की बैठक में राज्यपाल ने प्रत्येक संकायाध्यक्षों एवं निदेशकों से अलग-अलग वार्ता कर उनके विभाग की उपलब्धियों, समाज में दिये गये योगदान और उनके मिशन और विजन के साथ-साथ इनकी चुनौतियों की जानकारी प्राप्त की। कुलाधिपति ने प्रत्येक से संबंधित विभागों की उपलब्धियों, विभागों के प्रकाशित शोध पत्र, अवार्ड, एम.ओ.यू व प्रकाशन सहित भविष्य की योजनाओं के संबंध में जानकारी ली।

राज्यपाल ने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय शोध एवं शिक्षण के क्षेत्र में प्रसिद्ध रहा है। यहां पढ़े छात्र-छात्राओं ने देश एवं विदेश में उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा एवं शोध की गुणवत्ता विश्वविद्यालयों का मूल सिद्धान्त होना चाहिए। विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा मिले यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए। राज्यपाल ने निर्देशित किया कि फेकेल्टी अधिक से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राट्रीय स्तर के उत्कृष्ट शोध पत्र प्रकाशित करें। उन्होंने कहा कि शोध एवं तकनीक सही मायनों में तभी उपयोगी है जब उसका लाभ लागों को मिले। उन्होंने कहा कि सभी संकायाध्यक्ष अपने आर्थिक संसाधनों के स्त्रोत स्वंय खोजें और उन्हें विश्वविद्यालय पर निर्भर न रहना पड़े। केंद्रीय संस्थानों और सीएसआर की मदद से आर्थिक संसाधनों की पूर्ति के भी प्रयास किए जाएं।

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय से अनेक छात्रों ने उपलब्धियां हासिल की हैं और वे उच्च पदों पर हैं। पूर्व छात्रों के लिए एलुमनी मीट को आयोजन किया जाय और उन्हें विश्वविद्यालय हेतु आर्थिक संसाधनो की पूर्ति के लिए प्रेरित किया जाय। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय की प्रत्येक समस्याओं और चुनौतियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक प्रकाशनों पर जोर देने की बात कही। उन्होंने प्रत्येक संकायाध्यक्षों व निदेशकों से विश्वविद्यालय की बेहतरी के संबंध में अपने सुझाव भी प्रेषित करने को कहा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मनमोहन चौहान भी उपस्थित रहे।

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जनता को केन्द्र व राज्य योजनाओं का लाभ देने के लिए नियमित बहुद्देशीय शिविर लगायें जाए-मुख्यमंत्री

आमजन को केन्द्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिले इसके लिए सभी जनपदों में नियमित बहुद्देशीय शिविर लगायें जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि अधिकांश जन समस्याओं का निस्तारण मौके पर ही हो। भ्रष्टाचार को रोकने के लिए टोल फ्री नम्बर 1064 का बोर्ड सभी कार्यालयों में लगे, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। भ्रष्टाचार से संबंधित विजिलेंस को जितनी शिकायतें प्राप्त हुई हैं, उन पर की गई कार्यवाही की विजिलेंस से नियमित रिपोर्ट ली जाए। मुख्यमंत्री ने सभी एस.एस.पी को निर्देश दिये कि जनपद स्तर पर विवेचना से संबंधित जो मामले एक साल से अधिक समय से लम्बित हैं, अभियान चलाकर तीन माह के अन्दर उनको निस्तारित किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि विवेचना संबंधित मामलों के त्वरित निस्तारण हो।  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग की पहली समीक्षा बैठक के दौरान ये निर्देश वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारियों एवं एस.एस.पी को दिये।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में निर्देश दिये कि ग्राम सभाओं की चौपालों में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा माह में कितनी बार भ्रमण किया जा रहा है। इसका भी कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग पूरा अपडेट रखे। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जिलाधिकारी नियमित ग्रामसभा चौपालों में जाएं और अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों को भी भेंजे। ग्राम भ्रमणों की मासिक रिपोर्ट, बीडीसी एवं तहसील दिवस की मासिक रिपोर्ट एवं उनमें प्राप्त शिकायतें और उनके निस्तारण के लिए की गई कार्यवाही की नियमित रिपोर्ट कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग को भेजें। मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिये कि जन समस्याओं के निस्तारण के लिए जन प्रतिनिधियों एवं आम जन के फोन रिसीव न करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी कारणवश अधिकारी फोन रिसीव न कर पा रहे हैं, तो बाद में अवश्य कॉल बैक करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि गढ़वाल एवं कुमांऊ कमिश्नर अपने मण्डलों में जन समस्याओं के त्वरित निदान एवं सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए नियमित समीक्षा करें।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि बरसात का समय शुरू होने वाला है। सभी जिलाधिकारी जिन क्षेत्रों में जल भराव होता है, मलवा आने की संभावनाएं होती हैं, इनके समाधान के लिए अभी से पूरी कार्ययोजना बना लें। वर्षाकाल के दृष्टिगत सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखें। जिला अधिकारी जनपदों में प्रतिमाह आय-व्ययक की भी समीक्षा बैठक करें। मुख्यमंत्री घोषणाओं पर जनपदों में प्रगति की नियमित समीक्षा कर रिपोर्ट भेजी जाए। जनपदों में जिन दीर्घकालिक योजनाओं पर कार्य किये जा रहे हैं, उनमें तेजी लाई जाए। तात्कालिक रूप वाले कार्यों को समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। सड़कों की स्थित हर जगह सही हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। जनपदों में जिन महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है, यदि उनमें किसी स्तर पर विलंब हो रहा है, तो जिलाधिकारी इसकी सूचना शीघ्र शासन को दें। सभी जनपदों में जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि डेंगू एवं मलेरिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए अभी से पूरी तैयारियां की जाएं।
बैठक में सचिव श्री विनय शंकर पाण्डेय, सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग श्री दीपक कुमार गैरोला, वर्चुअल माध्यम से कमिश्नर कुमांऊ श्री दीपक रावत, सभी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री ने जगद्गुरू स्वामी राजराजेश्वराश्रम से शिष्टाचार भेंट की।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कनखल स्थित जगतगुरू आश्रम में जगतगुरू स्वामी राजराजेश्वराश्रम से शिष्टाचार भेंट की तथा उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी इसके बाद डामकोठी पहुंचे, जहां उन्होंने पंचायती निर्मल अखाड़ा के स्वामी ज्ञानदेव शास्त्री, बड़ा अखाड़ा के महन्त दुर्गादास, महन्त रूपेन्द्र सहित अन्य सन्त महात्माओं से भी शिष्टाचार भेंट की तथा उनका आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर हरिद्वार सांसद श्री रमेश पोखरियाल ’निशंक’, रूड़की विधायक श्री प्रदीप बत्रा, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, पूर्व विधायक श्री संजय गुप्ता, जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री बीर सिंह बुदियाल, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा, एसपी सिटी श्री स्वतंत्र कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा, सहित सम्बन्घित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

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जिलाधिकारी ने कहा कि जंगलों में आग लगने पर तत्काल कंट्रोल रूम को उसकी जानकारी दें।

वनाग्नि घटनाओं की रोकथाम हेतु जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने एनआईसी कक्ष में समीक्षा बैठक ली। उन्होंने ब्लाक स्तर पर नामित नोडल अधिकारियों व अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी बनायें रखें। कहा कि जंगलों में आग लगने पर तत्काल कंट्रोल रूम को उसकी जानकारी दें।
वनाग्नि घटनाओं की रोकथाम की बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को प्रतिदिन वनाग्नि की रिपोर्ट जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम को देने के निर्देश दिये। उन्होेंने समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि समय-समय पर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करें। कहा कि जो अधिकारी-कर्मचारी वनाग्नि के प्रति गंभीरता से कार्य नहीं करता है तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जो व्यक्ति आग लगाते हुए पकड़ा जाता है उसपर तत्काल कार्यवाही करें।
बैठक में एसएसपी श्वेता चौबे, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, उपजिलाधिकारी सदर मुक्ता मिश्रा, मुख्य शिक्षाधिकारी डॉ0 आनंद भारद्वाज, मुख्य कोषाधिकारी गिरीश चंद्र, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौधरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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घमंड के आखंड में डूब चुके है भाजपा नेता- भूपेन्द्र सिंह भोज
अल्मोड़ा- (अशोक कुमार पाण्डेय) उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताना बेहद निंदनीय ऒर मानसिक दिवालियापन का संदेश हैं।

काँग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भोज गुडडू ने कहा कि भाजपा के नेता अपने मातृसंगठन आर एस एस से ऐसी शिक्षा लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के हत्यारे को देशभक्त बताकर देश की जनता को गुमराह करके देश को पतन की राह में डालने का कृत्य कर रहे हैं । केन्द्र की मोदी सरकार से लेकर प्रदेश की धामी सरकार झूठ की बुनियाद पर खड़े होकर आम जनता के हितों के साथ-साथ देश की परम्परा और धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र को कमजोर करके देश के संविधान को कमजोर कर रहे हैं , झूठ की पाठशाला से निकले ऎसे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत शर्मनाक बयानबाजी करके अपने आकाओं को खुश करने का प्रयास कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता उन महान ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों को भी अपमानित करके घमंड के आखंड में डूब चुके है। भाजपा के भ्रमजाल की चपेट में आयी देश एंव प्रदेश की जनता इनके कुशासन को नौ साल से झेल रही हैं। और अब इनको आने वाले लोकसभा चुनावों में सबक सिखाने के लिए आतुर है।

श्री भोज ने कहा कि अगर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत में कुछ शर्म बची है। तो उन्हें अपने बेहद शर्मनाक ऒर निंदनीय बयान पर देश एंव उत्तराखण्ड की जनता से माफी माँगकर पश्चाताप करना चाहिए ।