(अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर)
- उत्तराखण्ड की पहचान और हमारी आर्थिक व्यवस्था से जुड़ी है चारधाम यात्रा- राज्यपाल।
- प्रत्येक तीर्थयात्री का स्वागत, सेवा और आतिथ्य इस भावना से किया जाना चाहिए कि वह सुखद और अविस्मरणीय अनुभव लेकर लौटे- राज्यपाल।
राजभवन देहरादून:- राजभवन में गुरुवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने उत्तराखण्ड चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में एक बैठक ली। बैठक में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अन्य विभागीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मौजूद रहे।
राज्यपाल ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की पहचान है यह यात्रा हमारी आर्थिक व्यवस्था और आस्था से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025, राज्य स्थापना की रजत जयंती का वर्ष है, इस बार की यात्रा को एक पर्व और उत्सव की भावना से आयोजित किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि यात्रा का संचालन केवल 9 से 5 की ड्यूटी न समझा जाए, बल्कि इसे पूरी निष्ठा, संवेदनशीलता और समर्पण के साथ किया जाए।
राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक तीर्थयात्री हमारा एक ब्रांड एंबेसडर है, जो अपने अनुभवों को देश-विदेश में साझा करेगा। प्रत्येक तीर्थयात्री का स्वागत, सेवा और आतिथ्य इस भावना से किया जाना चाहिए कि वह सुखद और अविस्मरणीय अनुभव लेकर लौटे। उन्होंने कहा कि यात्रा को सहज, सुगम और व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय जरूरी है। उन्होंने कहा कि यात्रियों को सूचना देने के लिए मोबाइल ऐप, पोर्टल और डैशबोर्ड जैसी तकनीकी सुविधाएं अद्यतन रखी जाएं जिससे उन्हें कोई असुविधा न हो।
राज्यपाल ने अधिकारियों से आकस्मिक परिस्थितियों के लिए एक प्रभावी योजना तैयार रखने को कहा, जिसे आवश्यकता पड़ने पर उपयोग में लाया जा सके। राज्यपाल ने यात्रा मार्ग पर मुनाफाखोरी, अनुचित मूल्यवृद्धि पर सतर्क दृष्टि रखते हुए दोषियों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने चारधाम यात्रा से संबंधित कार्योें के डॉक्यूमेंटेशन किए जाने के भी निर्देश दिए। राज्यपाल ने प्रोएक्टिव, प्रिपेयर्ड और प्लान्ड तरीके से यात्रा का संचालन किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अभी तक की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया।
बैठक में मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने अवगत कराया कि चारधाम यात्रा मार्गों में शासन के 04 सचिवों द्वारा यात्रा मार्गों की तैयारियों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत की है। उनकी रिर्पोट के अनुसार जिलाधिकारियों को अनुपालन हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि उनके स्तर पर यात्रा के सफल संचालन की बैठक लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
डीजीपी दीपम सेठ ने अवगत कराया कि यात्रा मार्गों पर यात्रा प्रबंधन के लिए 6 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। साथ ही 17 कंपनियां पीएसी की भी तैनात की गई हैं। उन्होंने बताया कि पूरे यात्रा मार्गों पर 2 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहीं 14 ड्रोन के माध्यम से यात्रा की निगरानी भी की जाएगी।
आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि पहली बार प्रत्येक 10 किलोमीटर की परिधि में एक सेक्टर बनाया गया है कुल 137 सेक्टर बनाए गए हैं, इसमें 02 पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी जो भीड़ और ट्रैफिक प्रबंधन करेंगे। उन्होंने बताया कि यात्रियों को ऑनलाइन धोखाधड़ी व गलत जानकारी से बचाने के लिए साइबर सेल और सोशल मीडिया सेल बनाया गया है।
बैठक में सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने बताया कि अभी तक 17.90 लाख लोगों द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया गया है जिसमें 17 हजार से अधिक विदेशी तीर्थयात्री भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा शुरू होने पर ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन भी शुरू किया जाएगा।
सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर.राजेश कुमार ने बताया कि इस वर्ष हरित चारधाम यात्रा की थीम पर यात्रा संचालित की जाएगी। इसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘फिट इंडिया’ और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के ‘फिट उत्तराखण्ड’ की अपील के अनुसार भोजन में तेल, नमक और चीनी का प्रयोग कम करने का प्रयास किया जाएगा, इसके लिए यात्रियों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। यात्रा की एसओपी 13 भाषाओं में तैयार की गई, जिसे संबंधित प्रदेश के यात्रियों को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों में 50 स्क्रीनिंग पांइट्स बनाए गए हैं, 20 और पाइंट्स बढ़ाए जा रहे हैं।
सचिव पशुपालन डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने अवगत कराया कि केदारनाथ में 05 पशुचिकित्सकों की तैनाती की गई है। साथ ही अभी तक 10 हजार मार्गों में घोड़े खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है, जिनमें से स्वस्थ पशुओं को ही यात्रा में शामिल किया जाएगा। आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय ने अभी तक की तैयारियों के बारे में जानकारी दी और कहा कि सभी जिलाधिकारियों से समन्वय बनाकर यात्रा का संचालन व्यवस्थित रूप से सुनिश्चित किया जाएगा।
जिलाधिकारी चमोली डॉ. संदीप तिवारी, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग डॉ. सौरभ गहरवार और मुख्य विकास अधिकारी उत्तरकाशी सुन्दर लाल सेमवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने-अपने जनपदों से संबंधित तैयारियों की जानकारी दी। बैठक में सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री नितेश कुमार झा, श्री रविनाथ रामन, आईजी लॉ एण्ड ऑर्डर डॉ. नीलेश आनन्द भरणे, अपर सचिव श्री राज्यपाल स्वाति एस. भदौरिया सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।