प्रधानमंत्री द्वारा अग्निपथ में भर्ती होने हेतु अधिकतम आयु 23 वर्ष करने पर केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्रीअमित शाह ने किया आभार व्यक्त# प्रधानमंत्री 19 जून को प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना राष्ट्र  को समर्पित करेंगे।# उत्तराखण्ड के राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह (से.नि.) ने कैंचीधाम में बाबा नींब करौरी महाराज के दर्शन किए। मुख्यमंत्री धामी ने कैम्प कार्यालय से ‘नभ नेत्र’ का उद्घाटन किया।www.janswar.com

नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी

अग्निपथ में प्रवेश हेतु अधिकतम आयु सीमा में दो वर्ष की वृद्धि।

फोटो-फाईल

अग्निपथ योजना की शुरुआत के बाद, सशस्त्र बलों में सभी नए रंगरूटों के लिए प्रवेश की उम्र 17 ½ – 21 वर्ष निर्धारित की गई है।

इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि पिछले दो वर्षों के दौरान भर्ती करना संभव नहीं हुआ है, सरकार ने 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती चक्र के लिए एकबारगी छूट देने का निर्णय लिया है।

तदनुसार,2022 के लिए अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा ‘अग्निपथ योजना’ में पहले वर्ष उम्र सीमा में दो वर्ष की रियायत देकर अधिकतम प्रवेश आयु 21 साल से 23 साल करने का संवेदनशील निर्णय लेने के लिए केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त किया।

ट्वीट्स के ज़रिए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि “पिछले दो वर्ष कोरोना महामारी के कारण सेना में भर्ती प्रक्रिया प्रभावित हुई थी, इसलिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ‘अग्निपथ योजना’ में उन युवाओं की चिंता करते हुए पहले वर्ष उम्र सीमा में दो वर्ष की रियायत देकर अधिकतम प्रवेश आयु 21 साल से 23 साल करने का संवेदनशील निर्णय लिया है।”

श्री अमित शाह ने कहा कि “इस निर्णय से बड़ी संख्या में युवा लाभान्वित होंगे और अग्निपथ योजना के माध्यम से देशसेवा व अपने उज्ज्वल भविष्य की दिशा में आगे बढ़ेंगे। इसके लिए श्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार व्यक्त करता हूँ।”

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प्रधानमंत्री 19 जून को प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना राष्ट्र  को समर्पित करेंगे

मुख्य सुरंग और पांच अंडरपास समर्पित किए जाएंगे

यह प्रगति मैदान पुनर्विकास परियोजना का एक अभिन्न अंग है

यह कॉरिडोर वाहनों की परेशानी मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करने के साथ ही  भैरों मार्ग के यातायात भार को कम करेगा

यह परियोजना शहरी बुनियादी ढांचे को बदलने के माध्यम से जीवन को आसान बनाने की दिशा में एक और कदम है
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी रविवार 19 जून, 2022 को सुबह 10:30 बजे प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग और पांच अंडरपास राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस अवसर पर वह सभा को भी संबोधित करेंगे। यह एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना प्रगति मैदान पुनर्विकास परियोजना का एक अभिन्न अंग है।

पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित इस प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना को 920 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। मुख्य सुरंग प्रगति मैदान से गुजरने वाली पुराना किला रोड के माध्यम से रिंग रोड को इंडिया गेट से जोड़ती है। छह लेन में इस विभाजित सुरंग के कई उद्देश्य हैं, जिसमें प्रगति मैदान की विशाल बेसमेंट पार्किंग तक पहुंच शामिल है। इस सुरंग का एक अनूठा घटक यह है कि पार्किंग स्थल के दोनों ओर से यातायात की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए मुख्य सुरंग सड़क के नीचे दो क्रॉस सुरंगों का निर्माण किया गया है। यह सुरंग स्मार्ट फायर प्रबंधन, आधुनिक वेंटिलेशन और स्वचालित जल निकासी, डिजिटल रूप से नियंत्रित सीसीटीवी और सार्वजनिक घोषणा प्रणाली जैसे यातायात की सुचारू आवाजाही के लिए नवीनतम वैश्विक मानक सुविधाओं से लैस है। लंबे समय से प्रतीक्षित यह सुरंग भैरों मार्ग के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करेगी जिस पर इस समय जो अपनी वहन क्षमता बहुत अधिक दवाब बना हुआ है और इससे भैरों मार्ग पर चलने वाले  आधे से अधिक यातायात भार के कम हो जाने की उम्मीद है।

इस सुरंग के साथ-साथ छह अंडरपास भी होंगे जिसमे चार मथुरा रोड पर, एक भैरों मार्ग पर तथा एक रिंग रोड और भैरों मार्ग के चौराहे पर होगा

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राजभवन नैनीताल 17 जून, 2022

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शुक्रवार को कैंचीधाम पहुंचकर बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन किए। इस दौरान उन्होने प्रदेश की समृद्वि एवं खुशहाली की कामना की। राज्यपाल ने कहा कि कैंचीधाम आकर एक अलग ही आध्यात्मिक शांति की अनुभूति हुई। बाबा नीब करौरी महाराज द्वारा स्थापित यह मंदिर आलौकिक शक्ति का केन्द्र है। यहां देश एवं विदेश से अनेकों भक्त दर्शन करने आते हैं जो उत्तराखण्ड का सौभाग्य है। राज्यपाल ने इस दौरान श्रद्धालुओं से भी बातचीत की।

मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सदानंद ने नीब करौरी मंदिर के इतिहास आदि की जानकारी दी। इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, ट्रस्ट की सचिव जया प्रसाद, प्रबंधक विनोद जोशी, प्रदीप साह, अपर जिलाधिकारी नैनीताल शिव चरण द्विवदी, उप जिलाधिकारी राहुल साह आदि उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से ‘नभ नेत्र’ का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है, किसी भी आपदा की स्थिति में ड्रोन तकनीक पर आधारित यह मोबाइल ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन आपदा संबंधी डाटा जुटाने में कारगर साबित होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नभनेत्र की सराहना की और साथ ही DARC की टीम को प्रमाणपत्र भी दिए।
       आई.टी.डी.ए निदेशक श्री अमित सिन्हा ने जानकारी दी कि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा आने या आपात स्थिति बनने के समय डेटा जुटाने, प्रोसेस करने और स्थिति पर निगरानी रखने जैसी चुनौतियां रहती हैं। अब इन तमाम मोर्चों के लिए ड्रोन तकनीक की मदद बड़े पैमाने पर ली जा सकेगी । इसके लिए ड्रोन एप्लिकेशन रिसर्च सेंटर ने मोबाइल ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन विकसित किया है जिसका उद्देश्य आपदा या आपातकालीन स्थिति के दौरान ड्रोन का उपयोग करने एवं ड्रोन के माध्यम से डेटा एकत्रित करने में किया जायेगा। इसके साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन के माध्यम से आपदा पूर्व एवं आपदा पश्चात मानचित्र तैयार किया जाएगा। यह स्टेशन पूरी तरह एक वाहन पर स्थापित किया गया है। इस ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन को डेटा प्रोसेसिंग के लिए हाई स्पीड वर्कस्टेशन, बैंडविड्थ एग्रीगेशन और बिना नेटवर्क जोन वाले क्षेत्रों के लिए वी-सैट से युक्त किया गया है। इस वाहन का उपयोग उत्तराखंड सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन और सभी संवेदनशील आपदा संभावित क्षेत्रों की 3डी मैपिंग के लिए किया जाएगा।
इस अवसर पर आईटीडीए से श्री नवनीत शौनक,श्री शयान अली, सुश्री हिमांशी राणा, सुश्री याशिका पाण्डे, सुश्री शिखा पाण्डे, श्री शशांक मुटनेजा, श्री विपिन कुमार, श्री दीपांकर बिष्ट आदि उपस्थित थे।