Arunabh raturi.janswar.com
हमारे यहाँ टेलेंट की कमी नहीं है, युवाओं को उचित समय पर उचित प्लेटफार्म मिलना चाहिए : अनिता ममगाईं
खेल युवाओं को जोड़ना सिखाता है, राष्ट्रवाद की भावना से खिलाड़ी बनता है : अनिता ममगाईं।
ऋषिकेश : कजाकिस्तान में उत्तराखंड के बेटे ध्रुव गुप्ता ने गोल्ड जीता जिस पर निवर्तमान महापौर अनिता ममगाईं ने ध्रुव के घर जाकर उन्हें शाल ओढ़ाकार स्वागत और सम्मानित किया। आपको बता दें, कजाकिस्तान में आयोजित एनपीए पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में ऋषिकेश के गंगापुरम निवासी ध्रुव गुप्ता ने स्वर्ण पदक जीतकर वैश्विक मंच पर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया। पूरे विश्व से आए खिलाडियों के बीच उत्तराखंड के सितारे ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी को आश्चर्यचकित करते हुए स्वर्णिम मुकाम हासिल किया। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय परिवार व गुरुजनों को दिया। नि. महापौर अनीता ममगाईं व अन्य गणमान्य ब्यक्तियों के द्वारा उनका गृहक्षेत्र पहुंचने पर जोरदार स्वागत कर हौसला बढ़ाया। साथ ही ममगाईं ने कहा, हमारे यहाँ टेलेंट की कमी नहीं है। बस एक उचित समय पर प्लेटफार्म मिलना चाहिये। हर एक बच्चे को खेल के प्रति अपने आप आपको जोड़ना चाहिए। कोई भी खेल हो। ताकि वह स्वस्थ रह सके और नशे की तरफ उसके कदम न बढ़ें। खेल वैसे भी जोड़ना सिखाता है। एकता दिखाता है सबसे बड़ी बात राष्ट्रवाद की भावना से भर देता है। आप जहाँ भी जायेंगे भारत का तिरंगा लेकर जाते हैं। जीतने पर ख़ुशी चार गुना हो जाती है. जिसकी परिकल्पना करना मुश्किल है। ध्रुव की सफलता का राज उनकी कठिन मेहनत और समर्पण है। उन्होंने कई महीनों तक नियमित प्रशिक्षण लिया, जिससे उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ने में मदद मिली। प्रतियोगिता के दौरान उनकी तकनीक, ताकत और मानसिक दृढ़ता ने उन्हें स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह जीत न केवल ध्रुव के लिए, बल्कि उनके परिवार, समुदाय और पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व का क्षण है। उनके माता-पिता, अनिल गुप्ता और रितु गुप्ता, ने हमेशा उनका समर्थन किया, जो उनकी इस सफलता में अहम भूमिका निभाता है। ध्रुव गुप्ता की कहानी युवा एथलीटों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी, यह दिखाते हुए कि कठिनाइयों का सामना करके भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। हम ध्रुव को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं। इस अवसर पर पवन शर्मा, रमेश अरोड़ा, विजय लक्ष्मी भट्ट, बृज मोहन मनोढ़ी, सतीश नोनी, राकेश अग्रवाल,रेखा चौबे मौजूद रहे।