अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित ‘‘औद्योगिक पुरोधाओं का सम्मान’’ समारोह में प्रतिभाग किया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शनिवार को राजभवन में सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित ‘‘औद्योगिक पुरोधाओं का सम्मान’’ समारोह में प्रतिभाग किया। उन्होंने इस समारोह में औद्योगिक क्षेत्र में सराहनीय योगदान देने वाले 35 उद्यमियों को सम्मानित किया। सम्मानित हुए सभी उद्यमियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि हम आज उन पुरोधाओं को सम्मान कर रहे हैं जिन्होंने रोजगार सृजन और औद्योगिकरण को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि देश एवं प्रदेश की अर्थव्यवस्था एवं विकास में उद्योगों का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश के उद्यमियों ने अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए अपने परिश्रम और दृढ़ निश्चय से अपने उद्यम को प्रतिस्थापित किया है जो अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का कार्य करेगा। राज्यपाल ने कहा कि हमारे राष्ट्र की गति, शक्ति और प्रगति में उद्यमियों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। मैन्युफैक्चरिंग का क्षेत्र किसी भी देश और प्रदेश की तरक्की का पहला आईना माना जाता है। अधिक उद्योग, अधिक उत्पादन, अधिक विनिर्माण हर एक प्रदेश या देश की तरक्की की निशानी होती है। उत्तराखण्ड के उद्योगपति के रूप में आपकी भूमिका और आपका योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी उद्यमी अपनी कर्तव्य भावना से राज्य के विनिर्माण क्षेत्र में एक नयी क्रांति लाने के लिए प्रयत्नशील होंगे। राज्यपाल ने कहा कि जिस प्रकार से उत्तराखण्ड ने फार्मा, ऑटो पार्टस, सोलर और हर्बल आदि के मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन किया है यह आप सभी लोगों के परिश्रम से संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नवीन उद्योगों की स्थापना अधिक से अधिक हो इस पर राज्य सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। इसी के दृष्टिगत उत्तराखण्ड में ग्लोबल इंवेस्टर समिट प्रस्तावित है जो राज्य में निवेश की संभावनाओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि इस समिट में सभी उद्यमियों की भागीदारी भी बेहद महत्वपूर्ण होगी। इस सम्मान समारोह में सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन उत्तराखण्ड के अध्यक्ष डॉ. हरिन्दर गर्ग ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत और इस कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी। कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. मोहिन्दर आहुजा ने सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के. के. पंत, प्रो. अक्षय द्विवेदी, सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के महासचिव राज अरोड़ा, एसोसिएशन के अजय जैन, ललित सचदेवा, राधिका नागरथ सहित अन्य पदाधिकारी और सम्मानित होने वाले उद्यमी व उनके परिजन मौजूद रहे।
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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को हिमालय दिवस की शुभकामनाए दी।
आज विधान सभा स्थित सभागार कक्ष में पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज, शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचन्द्र अग्रवाल एवं पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने राज्य में निराश्रित पशुओं हेतु गोशाला शरणालय/कांजी हाउस की स्थापना व संचालन के सम्बन्ध में बैठक में प्रतिभाग किया।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि गौवंश की रक्षा तथा निराश्रित गौवंश को सुरक्षित आश्रय प्रदान करने के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए हैं इन सुझावों पर अमल करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सड़कों पर घुमने वाली गायों को चिन्हित कर गौसदनों में रखा जायेगा तथा जिन स्थानों पर गौशालाएं नहीं बनीं हैं उन स्थानों पर भी निराश्रित गौवंश के संरक्षण हेतु गौशालाओं का निर्माण युद्धस्तर पर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि गौवंश की रक्षा करना हमारे लिए सेवा का कार्य है इसके लिए हम सबको आगे बढ़कर प्रयास करने होंगे। कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है तथा हमारी संस्कृति में गौ, गंगा, गणेश तथा गायत्री का महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने कहा कि गौवंश की क्षति की रोकथाम के लिए सरकार की ओर से प्रयास किये जा रहे हैं जिसमें निराश्रित गौवंश को गौसदनों तक लाना एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को गौसदनों के निर्माण हेतु जमीन के चिन्हिकरण की जिम्मेदारी दी गई है जहां पर निराश्रित गौवंश के लिए गौशालाओं का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि गौसदनों में गौवंश की समुचित देखरेख के लिए पशु चिकित्सकों को नियमित रूप से निगरानी करते रहें। उन्होंने जिलाधिकारियों से अपेक्षा की कि गौवंश के संरक्षण हेतु अन्य मदों से भी धनराशि का आवंटन करें तथा विधायकों से भी अपेक्षा की कि गौवंश के संरक्षण हेतु विधायक निधि से सहयोग करें।पशुपालन मंत्री ने कहा कि राज्य में लगभग 17.5 हजार निराश्रित गौवंश के संरक्षण के लिए आज पहली बार तीन कैबिनेट मंत्रियों की हाई लेवल कमेटी की पहली बैठक आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि आगामी 06 माह में निराश्रित गौवंश के संरक्षण के लिए गौशालाओं के निर्माण तथा उनकी क्षति को रोकने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किये जायेंगे उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जिसने निराश्रित गौवंश को संरक्षण प्रदान करने की पहल की है।
इस अवसर पर सचिव, पशुपालन, बीवीआरसी पुरूषोत्तम तथा अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।